एड्स (HIV-AIDS) क्या है?


एड्स (HIV-AIDS) क्या है?

Om Prakash Patidar

एआईडीएस-एड्स (अक्वायर्ड इम्यून डेफिशियेंसी सिंड्रोम या अक्वायर्ड इम्यूनोडेफिशियेंसी सिंड्रोम) लम्बे समय तक रहने वाली, जीवन को संकट पहुँचा सकने में अत्यंत सक्षम स्थिति है जो ह्यूमन इम्यूनोडिफिशिएंसी वायरस (एचआईवी) से होती है। एचआईवी एक ऐसा वायरस है जो बिना कंडोम के यौन कार्य करने पर तुरंत अपनी चपेट में ले लेता है। यह वायरस प्रतिरक्षक तंत्र पर आक्रमण करता है और आपकी संक्रमणों व रोगों से मुकाबले की शक्ति को कमजोर कर देता है। एआईडीएस एचआईवी संक्रमण की अंतिम स्थिति है, जहाँ आपका शरीर जीवन को संकट देने वाली स्थितियों से और ज्यादा संघर्ष नहीं कर सकता।

एच.आई.वी. पाजी़टिव होने का मतलब है, एड्स वायरस आपके शरीर में प्रवेश कर गया है, इसका अर्थ यहं नहीं है कि आपको एड्स है। एच.आई.वी. पाजीटिव होने के 6 महीने से 10 साल के बीच में कभी भी एड्स हो सकता है।
एक स्वस्थ व्यक्ति अगर एच.आई.वी. पाजीटिव के संपर्क में आता है, तो वह भी संक्रमित हो सकता है।

एड्स क्या‍ है?

एड्स का पूरा नाम है 'एक्वायर्ड इम्यूलनो डेफिसिएंशी सिंड्रोम' है और यह बीमारी एच.आई.वी. वायरस से होती है। यह वायरस मनुष्य की प्रतिरोधी क्षमता को कमज़ोर कर देता है। एड्स एच.आई.वी. पाजी़टिव गर्भवती महिला से उसके बच्चे  को, असुरक्षित यौन संबंध से या संक्रमित रक्तस या संक्रमित सूई के प्रयोग से हो सकता है।


एच.आई.वी. पाजी़टिव होने का अर्थ:

एच.आई.वी. पाजी़टिव होने का मतलब है, एड्स वायरस आपके शरीर में प्रवेश कर गया है, इसका अर्थ यह नहीं है कि आपको एड्स है। एच.आई.वी. पाजीटिव होने के 6 महीने से 10 साल के बीच में कभी भी एड्स हो सकता है।
एक स्वस्थ व्यक्ति अगर एच.आई.वी. पाजीटिव के संपर्क में आता है, तो वह भी संक्रमित हो सकता है। ऐसे में सबसे बड़ी समस्या यह होती है, कि एक एच.आई.वी. पाजि़टिव को इस बीमारी के पता तबतक नहीं चलता, जबतक कि इसके लक्षण प्रदर्शित नहीं होते।


एच.आई.वी. के लक्षण:

•    कई-कई हफ्तों तक लगातार बुखार रहना।
•    हफ्तों खांसी रहना।
•    अकारण वजन का घटना।
•    मुँह में घाव होना।
•    भूख खत्म  हो जाना।
•    बार-बार दस्त  लगना
•    गले या बगल में सूजन भरी गिल्टियों का हो जाना।
•    त्वचा पर दर्द भरे और खुजली वाले दोदरे या चकत्तेश हो जाना।
•    सोते समय पसीना आन

एच.आई.वी. से सुरक्षा के उपाय:


•    अगर आप एच.आई.वी. से संक्रमित हैं और गर्भधारण करना चाहती हैं, तो चिकित्सक से संपर्क करें।
•    असुरक्षित संबंधों से बचें।
•    डिस्पोषज़ेबल सिरिंज या सूर्इ का ही प्रयोग करें।



एडस लक्षण सामान्य बीमारियों के हैं, इसलिए भी कुछ समय तक यह बीमारी चिकित्सकों को भी भ्रमित करने में सफल होती है। सकारात्मक सोच के साथ अपने स्वास्‍थ्‍य पर थोड़ा ध्यान देकर एच.आई.वी. पाजी़टिव भी एक आम इन्सान की तरह जीवन यापन कर सकता है।


एड्स के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

Q1. क्या एड्स के दौरान यौन संयम में गुदा मैथुन भी वर्जित है? 
एड्स के दौरान यौन संयम मतलब ऐसी किसी यौन गतिविधि में शामिल नहीं होना जिसमें तरल द्रवों (वीर्य, योनि स्राव और गुदा स्थित म्यूकस) के आपसी संपर्क का खतरा हो। इसलिए इसमें गुदा, मुख और योनिमार्ग द्वारा किया गया प्रत्येक प्रकार का मैथुन वर्जित है। 

Q2. क्या मुझे गर्म पानी के टब अथवा भाप लिए जाने वाले कमरे से एचआईवी हो सकता है?
नहीं, एचआईवी शरीर के बाहर जीवित नहीं रह सकता, और इन गतिविधियों के समय निकलने वाले तरल जैसे पसीना और लार द्वारा कभी भी एचआईवी का प्रसारण होता नहीं पाया गया है।


Q3. मैंने ऐसे किसी व्यक्ति के साथ यौन कार्य किया है जिसे मेरे अनुसार एचआईवी का खतरा हो सकता है, इस दौरान कंडोम फट गया. मुझे क्या करना चाहिए?
यदि कंडोम फटने के बाद 72 घंटों का समय नहीं गुजरा है, तो आप ऐसी औषधियां ले सकते हैं जो आपको एचआईवी संक्रमित होने से बचा सकती हैं, चाहे आपका साथी एचआईवी ग्रस्त हो। अपने डॉक्टर या स्थानीय स्वास्थ्य विभाग से तुरंत संपर्क करें और संपर्क पश्चात् बचाव (पीईपी) के बारे में जानकारी लें। जाँच रिपोर्ट के आने का इंतजार ना करें। यदि 72 घंटों से अधिक समय हो गया है, पीईपी आपको एचआईवी से नहीं बचा सकता, और आपको एचआईवी जाँच करवानी चाहिए। अधिकतर मामलों में, आपको संभावित संपर्क के बाद, एचआईवी जाँच के सटीक परिणाम हेतु, कम से कम दो सप्ताहों का इंतजार करना चाहिए। दुर्घटनावश एचआईवी संक्रमित सुई के प्रयोग से उत्पन्न परिस्थिति के लिए भी यही तरीका अपनाया जाना चाहिए। 

Q4. मैं ऐसा कैसे कह सकता हूँ कि मेरी दवाएँ ठीक काम कर रही हैं और मेरा वायरल भार कम हो रहा है?
आपके चिकित्सा आरम्भ करने के शुरुआती कुछ सप्ताहों तक आपके स्वास्थ्य प्रदाता को आपकी सघन जाँच करते रहना चाहिए। नियमानुसार, यदि आपकी दवाएँ उचित और पर्याप्त हैं, तो दवा शुरू करने के 16-24 सप्ताहों के भीतर आपका वायरल भार मापने योग्य स्तर तक आने लगता है। 

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