Bottel Brush Tree

लाल ब्रश के समान फूलों वाला पेड़ ऑस्ट्रेलिया का मूल निवासी एक सदाबहार पेड़ बॉटलब्रश अपनी सुंदर, झुकी हुई शाखाओं के लिए जाना जाता है, इसकी झुकी शाखाओं पर, चमकीले लाल या पीले पुंकेसर वाले फूल लगते है, जो गोल ब्रश के समान गुच्छेदार  होते है।

अधिकांश बॉटलब्रश लगभग 5 से 12 फीट ऊँचे होते हैं, कुछ परिपक्व पेड़ 30 फीट से अधिक ऊँचाई तक पहुँच सकते हैं। यह पेड़ आमतौर पर वसंत और गर्मियों में पुष्पित होकर मकरंद एकत्रित करने वाले पक्षियों और कीड़ों को आकर्षित करती हैं। वे मधुमक्खियों और चिड़ियों के विशेष पसंदीदा हैं।

इसका वानस्पतिक नाम “कैलिस्टेमोन लांसोलाटस (Callistemon lanceolatus ) हैं, जो की मिरटेसी कुल (Myrtaceae family) में आता हैं। इस पेड़ की उत्पत्ति मूलतः आस्ट्रेलिया से मानी गई है। इसे सभी प्रकार की जलवायु में उगाया जा सकता है। इस पेड़ को इसका नाम इसके बेलनाकार फूलों की स्पाइक्स से मिला है, जो एक बॉटलब्रश की तरह दिखते हैं। यह एक सदाबहार पेड़ है जिसे सजावटी उद्देश्यों के लिए उगाया जाता है। यह पेड़ भारत के विभिन्न हिस्सों में पाया जाता है और विभिन्न जलवायु परिस्थितियों के लिए अच्छी तरह से अनुकूलित होता है।

परिस्थितिकी के लिए महत्वपूर्ण है यह वृक्ष

बॉटल ब्रश का पौधा कार्बनिक पदार्थों से भरपूर अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी में अच्छी तरह पनपता है। यह 5 से 45 डिग्री सेल्सियस तक तापमान की रेंज को सहन कर सकता है, जो इसे विभिन्न जलवायु परिस्थितियों के लिए उपयुक्त बनाता है।

यह मधुमक्खियों, तितलियों और पक्षियों जैसे परागणकों को आकर्षित करने के लिए जाना जाता है, जो क्षेत्र में अन्य पौधों के पर-परागण में मदद करते हैं। यह पेड़ नाइट्रोजन स्थिर करके मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए भी जाना जाता है, जो क्षेत्र में अन्य पौधों की वृद्धि को बढ़ाता है।

इसके सुंदर फूल फूलों का रस पीने वाले पक्षी प्रजातियों के लिए मकरंद का एक समृद्ध स्रोत हैं। पेड़ के घने पत्ते पक्षियों और छोटे जानवरों को आश्रय प्रदान करते हैं, जिससे यह उनके लिए एक महत्वपूर्ण निवास स्थान बन जाता है। मधुमक्खियाँ और तितलियाँ जैसे कीड़े भी पेड़ के फूलों की ओर आकर्षित होते हैं, जिससे यह उनके लिए एक आवश्यक भोजन स्रोत बन जाता है।

औषधीय महत्व

बॉटल ब्रश का पौधा कई शारीरिक विकारों को दूर करने लिकोरिया तथा माहवारी के समय सफाई के काम आता है। जो बच्चे बिस्तर पर पेशाब करते हैं उनके इलाज में काम आता है। डायरिया, त्वचा के रोग दूर करने में भी इसका उपयोग किया जाता है। जबकि इसके फूल ऊर्जा प्रदान करते हैं इसलिए होने पेय पदार्थ बनाने के काम में लाया जाता है।

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