हाथी पूरे दिन अपने कान क्यो हिलाते रहते है?
हाथी अपने विशालकाय शरीर व मस्त चाल के कारण इसे दूसरे पशुओं से अलग बनाता है। क्या आपने कभी गौर किया है कि हाथी दिन भर अपने कान हिलाता रहता है? ऐसा क्यों?
आपने देखा होगा कि मोटरसाईकल के इंजन पर ऐलुमिनियम की बहुत से पट्टियां होती है ताकि इंजन की गर्मी हवा में प्रसारित होकर इंजन ठंडा बना रहा। ठीक उसी प्रकार हाथी अनपे विशालकाय शरीर की गर्मी को कानों के जरिये बाहर छोड़ता है।
दूसरे शब्दों में कहे तो हाथी के विशाल शरीर के आयतन के अनुरूप उसके कान में एक व्यापक संवहनी नेटवर्क होता है। हाथी के कान का लगातार हिलाते रहना एक प्रमुख थर्मोरेगुलेटरी तंत्र माना जाता है। क्योकि कान हिलाने के दौरान इस रक्त नालिकलों से लगातार गर्मी वातावरण में उत्सर्जित होने के कारण हाथी को गर्मी से राहत मिलती रहती है। इसके साथ ही हाथी के शरीर से कीड़े तथा मच्छर-मक्खियां दूर रहते है।
यही कारण है कि गर्म प्रदेश अफ्रीका में पाये जाने वाले हाथियों के कान बहुत बड़े होते हैं। इसलिए हाथी अपने शरीर की गर्मी को कम करने के लिए हमेशा अपने कान हिलाता रहता है।
Very nice information
जवाब देंहटाएंThanks for your feedback
जवाब देंहटाएंNice infermention
जवाब देंहटाएंThanks for your valuble feedback
जवाब देंहटाएंVery nice infermention 👌👌🙏🙏
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