ढलता हुआ सूरज लाल क्यों दिखाई देता है?

ढलता हुआ सूरज हमें लाल क्यों नजर आता है ?
Om Prakash Patidar

जब सूरज ढल रहा होता है तो रौशनी में मौजूद रंगों को हम तक पहुचनें के लिए काफी लम्बा रास्ता तय करना पड़ता है जो बहुत सघन होता है. नीले रंग के बिखर जाने के बाद सिर्फ लाल और नारंगी रंग ही बचते है जो हमारी आँखों तक सीधे पहुचते है अतः सूर्य लाल दीखता है ..
दूसरे शब्दों में कहे कि  सूूरज ढल रहा होता है तब रोशनी में मौजूद रंगों को हम तक पहॅुॅुचने के लिए काफी लम्‍बा रास्‍ता तय करना पडता हैै इस दौरान वायु मंडल में उपस्थित धूल के कण (dust particles) प्रकाश काे इधर उधर बिखर (Shattered) जाता है। जैसा कि हम जानते ही हैं कि सूर्य का प्रकाश सात रंगों(बैगनी (Purple), नीला (Blue), आसमानी (Cerulean), हरा(Green), पीला (Yellow), नारंगी (Orange), लाल(Red) से मिलकर बना होता है। नीले रंंग का विखराव कम तंरग दैर्ध्‍य के कारण सबसे अधिक हाेेता है नीले रंग के बिखर जाने के बाद सिर्फ लाल रंग और नारंगी रंग ही बचते हैं जो हमारी ऑखों तक सीधे पहूॅचते हैं और यही कारण है कि सूर्यास्‍त के समय आसमाल मेंं लाल रंग होता हैै और सूरज भी लाल नजर आता है। 

प्रस्तुतिकरण
ओम प्रकाश पाटीदार 
शाजापुर (म.प्र.)

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