मधुमक्खियो के छत्ते का आकार षठकोण (Hexagon) के आकार में ही क्यो होता है?
Om Prakash Patidar
मधुमक्खियाँ (एपिस मेलिफेरा) अपने छत्ते में मोम से छः कोनोंवाले खाने बनाती हैं। आखिर क्यों?
गणित के विशेषज्ञों का मानना था कि छः कोनोंवाला आकार, त्रिकोण या चौकोर आकार या किसी भी और आकार से बेहतर होता है। एक ज़मीन पर अगर इस आकार के कमरे बनाए जाएँ, तो सबसे कम सामान की लागत से सबसे ज़्यादा जगह घेरी जा सकती है। सन् 1999 में प्रोफेसर थॉमस सी. हेल्स ने इस बात को साबित किया कि एक जगह को बराबर हिस्सों में बाँटने के लिए छः कोनोंवाला आकार सबसे बेहतर होता है, इस प्रकार की संरचना में सभी छः कोनो पर इसको बनाने वाला पदार्थ अधिक मात्रा में होने से अन्य आकारों की तुलना में ज्यादा मजबूती रहती है, और इन्हें सबसे कम सहारे की ज़रूरत पड़ती है।
छः कोनोंवाले आकार के खाने बनाकर मधुमक्खियाँ जगह का सबसे अच्छी तरह इस्तेमाल करती हैं, वे कम मोम इस्तेमाल करके एक हलका, लेकिन मज़बूत छत्ता बनाती हैं, और इनमें खूब सारा शहद इकट्ठा करती हैं। और इसी वजह से कहा जा सकता है कि मधुमक्खी के छत्ते की बनावट किसी अजूबे से कम नहीं होती है।