पानी में रहने पर उँगलियों पर झुर्रिया (Wrinkle) क्यो पड़ जाती है?

पानी में लम्बे समय तक रहने पर उँगलियों पर झुर्रिया क्यो पड़ जाती है?
Om Prakash Patidar


आपने देखा होगा कि जब आप काफी देर तक पानी के संपर्क में रहते हैं, तो आपके हाथ और पैरों की उंगलियों में एक अजीब सी सिकुड़न जिसे झुर्रियां भी कह सकते हैं, हो जाती हैं। इसे हाथ और पैरों का फूलना भी कहते हैं। क्‍या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्‍यों होता है, और हाथो-पैर में ही क्‍यों होता है। कई लोग मानते हैं कि काफी देर तक पानी में रहने के कारण हाथ-पैर की स्किन की बाहरी परत फूल जाती है। लेकिन ये जानकारी पूरी तरह से गलत है। तो वास्‍तव में क्‍या होता है।
स्वायत्त तांत्रिक तंत्र (ANS) है बजह
दरअसल हाथ-पैर की उंगलियों में पानी के संपर्क से झुर्रियों का पड़ना ऑटोमोनस नर्वस सिस्‍टम (ANS) का एक कारण है। जब उंगलियां काफी देर तक पानी में रहती हैं, तो वैसोकन्स्ट्रिक्शन के कारण उंगलियों का गुदा कम होने लगता है, जिसे एएनएस कन्‍ट्रोल करता है। उंगलियों में गुदे की कमी के कारण हाथों और पैरों में झुर्रियां पड़ने लगती हैं। 
झुर्रियां पड़ना सही संकेत
हालांकि पानी से उंगलियों में झुर्रियां पड़ना स्‍वास्‍थ्‍य के हिसाब से ठीक है, क्‍योंकि इससे पता चलता है क‍ि आपका एएनएस सही प्रकार से काम करता है। झुर्रियों को गीली परिस्थितियों के अनुकूल माना जाता है। जब आपकी उंगलियां सूखी रहती हैं तो आप कोई भी चीज ज्‍यादा प्रभाव के साथ आसानी से उठा सकते हैं। हालांकि जब उंगलियां गीली होती हैं, तो चीजें आसानी से नहीं उठा सकते। पानी ल्‍यूब्रिकेटर की तरह काम करता है, क्‍योंकि जब आप आपकी उंगली चिकनी हो तो कोई भी चीज उठाने में मुश्‍किल होती है। ठीक उसी तरह पैरों की उंगली के साथ भी होता है। जब आपके पैर की उंगलियों में झुर्रियां पड़ जाती हैं तो आप उनकी सहायता से गीले फर्श पर भी आसानी से खड़े हो सकते हैं।
  1. दूसरे शब्दों में कहै तो उंगलियों में झुर्री पड़ना चिकने सतह पर पकड़ (Friction) बढ़ाने का अनुकूलन है।।
  2. यू कहै कि झुर्रियां पड़ना हमारे लिए लाभदायक है।।

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