चीटियां हमेशा एक ही लाइन में क्यों चलती है?

चीटियां एक ही लाइन में क्यों चलती है?
Om Prakash Patidar


आपने अपने घरों के आस-पास चीटियॉ को देखा ही होगा और आपने ये भी देखा होगा कि चीटियॉ हमेशा लाइन यानि कतार में ही चलती है पर क्‍या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्‍यों होता है? यह चीटियों की कोई रीति-रिवाज होती है या यह प्राकृतिक घटना है आईये जानते है ऐसा क्यों होता है?

चींटियों  में विशेष प्रकार की ग्रंथियां होती हैं जिनसे फ़ैरोमोंस (Feromones) नामक रसायन निकलते हैं. इन्हीं के ज़रिए वो एक दूसरे के संपर्क में रहती हैं. चींटियों के दो स्पर्शश्रंगिकाएं या ऐंटिना होते हैं जिनसे वो सूंघने का काम करती हैं।

रानी चींटी भोजन की तलाश में निकलती है तो फ़ैरोमोंस छोड़ती जाती है। दूसरी चीटियाँ अपने ऐंटिना से उसे सूंघती हुई रानी चींटी के पीछे-पीछे चली जाती हैं. जब रानी चींटी एक ख़ास फ़ैरोमोन बनाना बंद कर देती है तो चीटियाँ, नई चींटी को रानी चुन लेती हैं. फ़ैरोमोंस का प्रयोग और बहुत सी स्थितियों में होता है. जैसे अगर कोई चींटी कुचल जाए तो चेतावनी के फ़ैरोमोन का रिसाव करती है जिससे बाक़ी चींटियाँ हमले के लिए तैयार हो to जाती हैं. फ़ैरोमोंस से यह भी पता चलता है कि कौन सी चींटी किस कार्यदल का हिस्सा है।
 चीटियों के बारे में ऐसे ही 10 रोचक फैक्‍ट:
1. दुनिया मे अबतक लगभग चीटियों की दो हजार से ज्‍यादा प्रजातियां है.

2. सबसे बड़ी चीटी अफ्रीका में पाई जाती है, जिसकी लंबाई तीन सेंटीमीटर त‍क होती है.

3. हर प्रजाति की चीटियों की अपनी सीमाएं होती हैं, जो एक-दूसरे पर हमला भी करती हैं.

4. चीटियों के अपने महल भी होते हैं, जो तीन फुट तक ऊंचे होते हैं.

5. चीटियों की कई प्रजातियां खूंखार भी होती हैं. ऐसी प्रजाति की चींटी मध्‍य अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका और दक्षिण एशिया में पाई जाती हैं.

6. आपको जानकर हैरानी होगी लेकिन यह सच हैं कि चीटियां मांसा‍हारी भी होती है.

7. यह चीटियां लाखों की संख्‍या में अपने शिकार की तलाश में निकलती हैं, जब शिकार चंगुल में फंस जाता है तो उसका मांस खा जाती है.

8. चीटियों में एक खास गुण होता हैं जिसके चलते वे अपने शरीर से छोड़ी गई गंध के जरिए अपने पुराने बिल में वापस भी जा सकती है.

9. चीटियां अपने शरीर के भार से 50 गुना अधिक भार उठा सकती हैं.

10. ऊंचाई से गिरकर ऊपर चढ़ना इनकी खासियत होती है.

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