Is Chicken egg is non-vegetarian?
Om Prakash Patidar
Shajapur
आपके सामने अनेको बार ये प्रश्न आया होगा कि मुर्गी पहले आई या अंडा? इससे आपने उत्तर ढूंढने के प्रयास भी किया होगा लेकिन उत्तर नही मिलने पर निराश मत होइए क्योकि इस प्रश्न का सही व प्रामाणिक जवाब किसी के पास भी नही है।
इसी तरह का एक प्रश्न है, जिसपर अक्सर चर्चा अवश्य होती होगी कि अंडा शाकाहारी है या मांसाहारी?
तो चलिए इस प्रश्न पर चर्चा करते है।
हमारे देश मे शाकाहारी खाने वाले लोग अंडे को मांसाहारी मानते हैं इसलिए वो इसे नहीं खाते हैं। शाकाहारी लोगो का मानना है कि अंडे में जीव होता है। अर्थात अंडे से बच्चे (चूजे) का जन्म होता है।
मुर्गी के अंडों के अनुसार देखे तो अंडे दो तरह के होते है-
(1) मुर्गी द्वारा सामान्य रूप से मुर्गो के साथ सहवास के बाद दिए गए अंडे जिसे हम देसी अंडे कहते है, यह अंडे घरों में पाली जाने वाली प्रजातियां देती है।
(2) दूसरे प्रकार के अंडे जो हमे मुगी पालन केंद्रों (Poultry Farm) से मिलते है। यहां मुर्गियों को मुर्गो से अलग रखा जाता है। अर्थात यह मुर्गो के साथ बिना सहवास के मुर्गियों द्वारा दिये जाते है, यह अनिषेचित (Unfertilized) अंडे होते हैं. इसलिए इस बात की संभावना न के बराबर है कि अगर उस अंडे को छोड़ दिया जाता तो उनसे बच्चा निकल सकता है। निषेचित होने के लिए मुर्गे द्वारा मेटिंग जरुरी होती है। प्राकृतिक रूप से मुर्गी अंडे देती ही है तथा मुर्गा मेटिंग करे या ना करे मुर्गी के गर्भाशय से अंडा निकलने की प्रक्रिया भी समान ही होती है।
मुर्गी सहित अन्य अंडे देने वाले पक्षियों के अण्डोत्सर्ग होने के
बाद यदि उस अंडे का नर के शुक्राणु (Sperm) के साथ संयोग (निषेचन) हो जाता है तो उससे युग्मक बनने के बाद बच्चे बनने की क्रिया होती है, अन्यथा यह अंडा शरीर से बिना निषेचन के बाहर आ जाता है इस अनिषेचित अंडे से बच्चों के बनने की क्रिया नही होती है। पोल्ट्री फार्म पर मुर्गियों को मुर्गो से अलग रखने के कारण मुर्गियों से अनिषेचित अंडे प्राप्त होते है। मुर्गी के अंडाशय (Ovary) से निकलने के बाद कई घंटे तक अंडे के निर्माण की प्रक्रिया चालू रहती है। मुर्गी के गर्भाशय में आने के बाद ही उस पर कैल्शियम की एक कड़क परत चढ़ती है , इसके पश्चात् अंडा मुर्गी के शरीर से बाहर निकलता है। फर्क सिर्फ यह होता है कि मेटिंग हुई है तो अंडे से चूज़ा निकलेगा वर्ना नहीं।
अंडों को मांसाहार नही मानने वालों के अनुसार-
1.बाजार में मिलने वाले अंडे में भ्रूण विकसित नहीं होता और इनके द्वारा किसी प्रकार के जीव की उत्पत्ति नहीं होती है।
2.मांस खाने वाले लोग मांसाहारी होते हैं। अंडे में मांस नहीं होने के कारण इन्हे मांसाहारी नहीं मानना चाहिये। विश्व के कई हिस्सों में अंडे को शाकाहारी माना जाता है। लेकिन भारत में इसे माँसाहारी ही माना जाता है।
3.माँस प्राप्त करने के लिए जानवर को मरना पड़ता है। अंडे प्राप्त करने के लिए कोई जानवर नहीं मरता। इसलिए ये मांसाहारी नहीं हैं।
4.जिस प्रकार एक जानवर से दूध मिलता है उसी प्रकार एक जानवर से अंडा प्राप्त होता है। अगर दूध को शाकाहारी माना जा सकता है तो अंडे को भी शाकाहारी मान सकते हैं।
5.कुछ चीजों में एग व्हाइट डाला जाता है। एग व्हाइट में सिर्फ प्रोटीन होता है उसमे जीवित कोशिका का अंश मात्र नहीं होता, अतः जिसमे एग व्हाइट डाला गया हो वो शाकाहारी है और खाई जा सकती है।
निष्कर्ष-
अंडा शाकाहार नही है। क्योकि ये पेड़-पौधों से प्राप्त नही होता है। (इसी प्रकार दूध भी जंतु उत्पाद है)
लेकिन अंडा मांसाहार भी नही है, unfertilized अंडा खाने से जीव हत्या नही होती है।
लेकिन अंडा मांसाहार भी नही है, unfertilized अंडा खाने से जीव हत्या नही होती है।