“एक कप चाय दो दिलों को मिला देती है, एक कप चाय दिन भर की थकान मिटा देती है।“
चाय (Tea) का नाम सुनते ही मन में अनेक तरह के विचार आने प्रारंभ हो जाते है. कुछ लोगो को तो चाय न मिलने पर सिर में दर्द होने लगता है. किसी मेहमान से यदि शिष्टाचार स्वरुप चाय के लिए नही कहा जाये तो रिश्ते भी टूट सकते है. कभी कभी तो सरकारी कार्यालय में बिना चाय के काम होना मुस्किल होता है. चाय का नाम हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी से भी जुड़ा हुआ है. उनका बचपन रैल्वे स्टेशन पर चाय बेच कर गुजरा है. शायद आपके मन में विचार आ रहा होगा की आख़िर आज चाय की चर्चा क्यों हो रही है? कुछ समझे क्या? जी आप सही समझे आज यानि 21 मई को अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस (International Tea Day) मनाया जाता है.
अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस क्यों मनाया जाता है?
भारत की सिफारिश पर संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 मई को अंतरराष्ट्रीय चाय दिवस घोषित किया है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने चाय के औषधीय गुणों के साथ सांस्कृतिक महत्व को भी मान्यता दी है। अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस की शुरुआत 15 दिसंबर 2005 को नई दिल्ली से हुई लेकिन एक वर्ष बाद यह श्रीलंका में मनाया गया और वहां से विश्व भर में फैला।
चाय का इतिहास क्या है?
ऐसा
कहा जाता है कि आज से करीब 5 हजार
साल पहले चीन में सम्राट शेन नुग्न की बादशाहत थी. वे खुद को स्वस्थ्य रखने के लिए
रोजाना खाली पेट गर्म पानी पीते थे. यह पानी वे सुबह टहलने के बाद अपने उद्यान में
बैठकर पीते थे. एक दिन वे रोजाना की तरह टहलकर वापिस आए और कुर्सी पर बैठे.
खानसामे ने उनके लिए गर्म पानी का गिलास लाकर रखा. सम्राट अपने अन्य साथियों के
साथ चर्चा में व्यस्त थे कि तभी गर्म पानी में पास की झाड़ी की कुछ पत्तियां आकर
गिर गईं, जिससे पानी का रंग
बदल गया और उसमें खुशबू आने लगी.
सम्राट
ने वह पानी पीना चाहते थे, पर
दरबारियों ने कहा कि यह जहरीली पत्तियां भी हो सकती हैं, लेकिन उन्होंने किसी की नहीं सुनी और वह
पानी पी लिया. पानी पीकर उन्हें ताजगी महसूस हुई. सम्राट ने महल के सभी खानसामों
को बुलाकर उन पत्तियों की तलाश करवाई. साथ ही आदेश दिया कि अब रोज उन्हें इन्हीं
पत्तियों का उबला हुआ पानी दिया जाए. तब से न केवल सम्राट, बल्कि अन्य दरबारी भी उस पेय की पीने
लगे.
चार
हजार से अधिक वर्षों के बाद, हम
अभी भी इस सरल लेकिन सुंदर अनुष्ठान का आनंद लेते हैं: पीते हैं, चिंतन करते हैं और सुनते हैं। चाय में 300
से अधिक औषधीय गुण होते हैं और यह ध्यान
का सबसे सरल रूप है। चीन
में शिनॉन्ग को चीनी चिकित्सा के जनक, किसानों, चावल
के व्यापारियों, और
एक्यूपंक्चर के चिकित्सकों के रूप में प्रतिष्ठित किया जाता है. चीन में चाय
आम होने के कारण वहाँ के बौद्ध भिक्षु के द्वारा इस स्वाद के धीरे -धीरे भारत आया |
और आगे चल कर यह वैश्विक (Global) पेय बन गया |
कुछ (बहुत से) लोगो के लिए चाय महत्त्वपूर्ण क्यों हैं?
चाय में कैफीन और टैनिन
होते हैं जिससे शरीर में फुर्ती का अहसास होता है. - चाय में मौजूद
अमीनो-एसिड दिमाग को ज्यादा अलर्ट और शांत रखता है. - चाय में एंटीजेन होते
हैं जो एंटी-बैक्टीरियल क्षमता प्रदान करते हैं. - इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट्स
इम्यून सिस्टम सही रखता है और कई बीमारियों से बचाता है. चाय के दीवानों के
अनुसार चाय-
- कृतज्ञता, करुणा और आत्म-प्रेम की भावनाओं को बढ़ावा देता
है।
- चिंता को कम करता है और मूड में सुधार करती है।
- चाय सकारात्मक दिन शुरू करने में मदद करती है।
- चाय वजन कम करने, बेहतर नींद लेने, दर्द
को दूर करने और बहुत कुछ करने में मदद करती है।
- दोस्तों और परिवार के साथ चाय पीने से आपसी रिश्ते मजबूत बनते है.
आप कोनसी चाय पीते है? इसके फायदे खुद तय कीजिये।।
यदि आप हरी चाय (Green Tea) पीते है तो यह चाय-
1. प्रजनन क्षमता बढ़ाती है
2. प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाती है
3. अल्जाइमर को रोकता है
4. लोकप्रिय कुछ कैफीन के साथ एनर्जी
बूस्ट
यदि आप काली चाय (Black Tea) पीते है तो यह चाय-
1.
नाश्ते के लिए बढ़िया
2. उच्च कैफीन सामग्री
3. शक्ति, सतर्कता को बढ़ावा देता है
4. नकारात्मकता को दोहराता है
यदि आप आयुर्वेदिक चाय (Herbal Tea) पीते है तो यह चाय-
1.
कैफीन के बिना तंत्रिका तंत्र को उत्तेजित करता
है
2. सुस्ती और नींद को बढ़ावा देता है
3. वजन घटाने में मदद करता है
4. तनाव को रोकता है
यदि आप निम्बू चाय (Lemon Tea) पीते है तो यह चाय-
1. कैंसर से बचाव लेमन टी में पोलीफीनोल
और विटामिन सी अधिक मात्रा में पाया जाता है. …
2. विषाक्त पदार्थ नींबू से शरीर में
विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद मिलती है. …
3. प्रतिरोधक क्षमता लेमन टी शरीर की
प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है. …
4. मूड अच्छा रहता है
यदि आप अदरक की चाय (Ginger Tea) पीते है तो यह चाय-
1. ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाने में मददगार.
2. दर्द में राहत दिलाने में कारगर.
3. माहवारी के दौरान होने वाली परेशानी
में राहत.
4. मितली और दस्त पर काबू पाने के लिए.
5. रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में.
6. सांस संबंधी बीमारियों में असरदार.
7. कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने के लिए.
लेकिन इस लेख को पदने के बाद आप यह मत सोचना की चाय पीने के सिर्फ फायदे ही होते है विशेषज्ञों के अनुसार चाय कॉफ़ी से कम नुकसानदायक होती है, लेकिन ज्यादा चाय पीना हानिकारक हो सकता है. - जरूरत से ज्यादा चाय पीने से इनडाइजेशन हो सकता है. खाली पेट ज्यादा चाय लेने से पेट की दिक्कत बढ़ती है और यह भयंकर गैस्ट्रिक की दिक्कत पैदा कर सकता है. न्यू इंगलैंड ऑफ मेडिसिन की स्टडी के अनुसार ज्यादा चाय पीने से हड्डियां कमजोर हो सकती हैं.
1. प्रजनन क्षमता बढ़ाती है
2. प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाती है
3. अल्जाइमर को रोकता है
4. लोकप्रिय कुछ कैफीन के साथ एनर्जी
बूस्ट
यदि आप काली चाय (Black Tea) पीते है तो यह चाय-
1.
नाश्ते के लिए बढ़िया
2. उच्च कैफीन सामग्री
3. शक्ति, सतर्कता को बढ़ावा देता है
4. नकारात्मकता को दोहराता है
यदि आप आयुर्वेदिक चाय (Herbal Tea) पीते है तो यह चाय-
1.
कैफीन के बिना तंत्रिका तंत्र को उत्तेजित करता
है
2. सुस्ती और नींद को बढ़ावा देता है
3. वजन घटाने में मदद करता है
4. तनाव को रोकता है
यदि आप निम्बू चाय (Lemon Tea) पीते है तो यह चाय-
1. कैंसर से बचाव लेमन टी में पोलीफीनोल
और विटामिन सी अधिक मात्रा में पाया जाता है. …
2. विषाक्त पदार्थ नींबू से शरीर में
विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद मिलती है. …
3. प्रतिरोधक क्षमता लेमन टी शरीर की
प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है. …
4. मूड अच्छा रहता है
यदि आप अदरक की चाय (Ginger Tea) पीते है तो यह चाय-
1. ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाने में मददगार.
2. दर्द में राहत दिलाने में कारगर.
3. माहवारी के दौरान होने वाली परेशानी
में राहत.
4. मितली और दस्त पर काबू पाने के लिए.
5. रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में.
6. सांस संबंधी बीमारियों में असरदार.
7. कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने के लिए.