Dengue precaution is the only prevention


डेंगू के नाम से लोगों के मन में डर बैठा हुआ है और इसकी वजह है पिछले कुछ सालों में डेंगू से हुईं मौतें। अब लोग डेंगू को लेकर काफी सतर्क हो गए हैं और इससे बचे रहने के लिए काफी कदम भी उठाने लगे हैं। हालांकि अभी भी लोगों के मन में डेंगू को लेकर कई सवाल है, जिनके जवाब जानना जरूरी है। आइए इन प्रश्न पर चर्चा करते है।

कैसे फैलता है डेंगू?

डेंगू बुखार से पीड़ित मरीज के खून में डेंगू वायरस बहुत ज्यादा मात्रा में हो जाता है। जब कोई एडीज मच्छर डेंगू के किसी मरीज को काटता है तो वह उस मरीज का खून चूसता है। खून के साथ डेंगू वायरस भी मच्छर के शरीर में चला जाता है। वहीं यह मच्छर किसी और इंसान को काट लेता है तो भी इसके फैलने का खतरा बढ़ जाता है।

डेंगू का खतरा कब बढ़ जाता है?

रिश में इसका खतरा ज्यादा बढ़ जाता है, क्योंकि जगह जगह पानी भरा होता है। डेंगू बरसात के मौसम और उसके फौरन बाद के महीनों यानी जुलाई से अक्टूबर में सबसे ज्यादा फैलता है, क्योंकि इस मौसम में मच्छरों के पनपने के लिए अनुकूल परिस्थितियां होती हैं।

कैसा होता है डेंगू का मच्छर?

जिस मच्छर के काटने से डेंगू होता है, उस मच्छर का नाम होता है माजा एडीज मच्छर। अगर इस मच्छर के दिखने की बात करें तो यह दिखने में भी सामान्य मच्छर से अलग होता है और इसके शरीर पर चीते जैसी धारियां बनी होती है। यह मच्छर अक्सर रोशनी में ही काटते हैं। रिपोर्ट्स में सामने आया है कि डेंगू के मच्छर दिन में खासकर सुबह के वक्त काटते हैं। वहीं अगर रात में रोशनी ज्यादा है तो भी यह मच्छर काट सकते हैं। इसलिए सुबह और दिन के वक्त इन मच्छरों का ज्यादा ध्यान रखें।

राष्ट्रीय डेंगू दिवस’ कब मनाया जाता है?

16 मई, 2018 को देशभर में ‘राष्ट्रीय डेंगू दिवस’ (National Dengue Day) मनाया गया।

इस दिवस को मनाने का उद्देश्य डेंगू के बारे में जागरूकता प्रसारित करना, निवारक कार्यवाही की पहल और रोग के संचारण वाले मौसम के समाप्त होने तक डेंगू को नियंत्रित करना है।

डेंगू मच्छर के काटने से प्रसारित होने वाला सामान्य वायरल रोग है।

यह रोग एडीज एजिप्टी (Aedes Aegypti) मच्छर के माध्यम से संचारित होता है।

यह दो रूपों में होता है-

(i) इसका एक रूप क्लासिक डेंगू बुखार होता है जिसे हड्डी तोड बुखार के रूप में जाना जाता है।

(ii) इसका दूसरा रूप डेंगू हैमरेज ज्वर यानि कि रक्तस्रावी डेंगू बुखार होता है।

इस रोग से अफ्रीका, दक्षिण-पूर्व एशिया और पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र अत्यधिक प्रभावित हैं।

यह भारत में विशेषकर बारिश के दिनों में होने वाला सामान्य रोग है।

डेंगू के लक्षण

- डेंगू बुखार के लक्षणों में सबसे पहला लक्षण है तेज़ बुखार आना और ठंड लगना।

- ब्लड प्रेशर का सामान्य से बेहद ही कम हो जाना

- मांसपेशियों, जोड़ों, सर और पूरे शरीर में दर्द होना।

- शारीरिक कमज़ोरी आना, भूख न लगना

- डेंगू के दौरान पूरे शरीर पर रैशेज़ भी हो सकते हैं।

- डेंगू के दौरान तेज़ बुखार 3-4 दिनों तक बना रहता है, इसके साथ कई बार पेट दर्द की शिकायत भी होती है और उल्टियां भी होने लगती है।

 डेंगू से बचाव के उपाय

- डेंगू एक वायरल संक्रमण है लिहाज़ा यह बीमारी खुद-ब-खुद कुछ ही हफ़्तों में ठीक हो जाती है। बीमारी के दौरान अपने खान-पान और साफ़-सफ़ाई का ध्यान रखें।

- डेंगू की बीमारी का इलाज इससे जुड़े लक्षणों को कम करके ही किया जाता है। ऐसे में लक्षणों को कम करने के लिए डॉक्टरी परामर्श लें।

- डेंगू के दौरान बुखार के लिए बाज़ार में मिलने वाली पैरासिटामॉल ही लें, किसी भी अन्य दवा का सेवन बिना डॉक्टरी सलाह लिए न करें। 

10 टिप्पणियाँ

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  1. Nadiyon mein Safai rakhna cooler ke Pani ko 2 din mein badalte rahana aur gande Pani ko bahar nikal dena machhar bhagane wali agarbatti ka use karna

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  2. अपने घर के चारों तरफ़ सफ़ाई रखाना और टहरे हुए पानी को निकालना पानी को ठक्कर रखना नालियों को साफ रखना नीम की पत्तियों को जलाकर धुआं करना

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  3. Apne aas paas Safai rakhni chahie pani ke gadde mein mitti ka tel chidakna chahie Apne Ghar ke andar Pani ko kata nahin karna chahie

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