कुछ पक्षी कंकड़-पत्थर क्यों खाते है?
हमारे
आसपास जब हम पक्षियों को देखते है तब उनके व्यवहार को लेकर हमारे मन में अनेक
प्रश्न उठते रहते है, ऐसा ही सामान्य प्रश्न है कि कुछ पक्षी विशेषकर मुर्गियां
दाना चुगने के दौरान कंकड़-पत्थर के टुकडें क्यों खाते है? यह पक्षी ऐसा क्यों करते
है? आइये इस प्रश्न का उत्तर खोजने का प्रयास करते है।
मुर्गे-मुर्गियां दाना चुगने के दौरान कंकड़-पत्थर
के छोटे टुकड़े भी खाते रहते हैं। ऐसा इसलिए कि उनके दांत नहीं होते और जो काम
दांतों को करना चाहिए वो इनके गिजार्ड में होता है। पेट में जाने से पहले भोजन गिजार्ड
में जाता है जहाँ ये कंकड़ मौजूद रहते हैं। गिजार्ड की मांसपेशियां अत्यंत मजबूत
होती हैं और इसमें इस प्रकार की गतियाँ होती है कि इसमें उपस्थित भोजन अच्छी तरह
से पिस जाए। इसीलिए कुछ पक्षी विशेषकर मुर्गियां दाना चुगने के दौरान कंकड़-पत्थर
के टुकडें खाते रहते है। मुर्गियों के अतिरिक्त शतुरमुर्ग भी कंकड़-पत्थर खाते है।