पेशाब करने के दौरान शरीर में कपकपी क्यों आती है?
हमारे
शरीर में होने वाली अनेक प्रक्रियाओं के दौरान कभी-कभी हमे इसकी जानकारी न होने या
गलत जानकारी होने के कारण असमंजस की स्थिति बन जाती है। इन प्रक्रियाओं के दौरान
हमारे मन में अनेक प्रश्न भी उठते रहते है। ऐसा एक प्रश्न बच्चों के मन में अक्सर आता
रहता है, कि पेशाब करने के दौरान शरीर में कपकपी क्यों आती है? लेकिन संकोच के कारण वह उस प्रश्न का
उत्तर जानने का प्रयास नही करते है। आइये इस प्रश्न का उत्तर खोजने का प्रयास करते
है।
जब शरीर से कोई द्रव
पदार्थ (मूत्र) तीव्र प्रवाह (Flow) के साथ निकलता है तब शरीर से शारीरिक तापमान
युक्त गरम तरल बाहर निकल जाता है जिससे शरीर पर दो प्रभाव होतें हैं, एक तापमान में अचानक गिरावट और दूसरा शरीर के कुल
द्रव की मात्रा में गिरावट से रक्तचाप (Blood
Pressure)
में होने वाली गिरावट, इन दोनों कारणों से
हमारा चेतन शरीर कंपकंपी पैदा करता है जिससे शरीर का तापमान और रक्तचाप दोनों
सामान्य हो जाते हैं। दूसरे शब्दों में
कहे तो पेशाब करने के कारण शरीर से कुछ मात्रा में (ऊष्मा) गर्मी का हास (Loss) होता है, इसकी भरपाई के लिये
शरीर की मांसपेशियों में अनेच्छिक कंम्पन
होता है, जिससे हल्का झटका
महसूस होता है या कपकपी आती है।