पेशाब (Urine) के रंग से रोगों का पता कैसे लगाए?

पेशाब का रंग हो ऐसा, तो आप बीमार हैं..
प्रस्तुतिकरण
ओम प्रकाश पाटीदार
शाजापुर


हमारा शरीर एक ऐसी मशीन है जिसे हमें डॉक्टर से चेक ( Regular Doctor Checkup ) करवाने की कोई जरूरत नहीं है यह अपने आप ही सब कुछ बताने लगता है। दूसरे शब्दों में कहे तो, शरीर की क्रियाओ में होने वाली गड़बड़ी पर शरीर स्वयं ही संकेत देने लगता है।

ऐसा ज़रूरी नहीं कि हमारे शरीर में होने वाली हर समस्या का सिर्फ डॉक्टरी जाँच के द्वारा ही पता चले, शरीर में होने वाले कुछ रोगों का हम खुद भी अंदाज़ा लगा सकते हैं, जैसे हमारे पेशाब का रंग। हमारे पेशाब का रंग भी हमें अपने शरीर और शरीर में होने वाले रोगों के बारे में बता देता है। अगर पेशाब का रंग गहरा पीला हो तो, यह शरीर में होने वाले कई रोगों और समस्याओं का संकेत हो सकता है। 
अपने पेशाब के रंग ( Urine Colour ) को देखकर कैसे पहचाने कि हमें कौन सी समस्या है और कौन सी समस्या से हम खुद ही निपट सकते हैं?
चलिए जानते हैं इन समस्याओं का समाधान स्वयं ही कैसे करें-
पेशाब का रंग यानी किसी बीमारी का संकेत-

गहरा पीला रंग (Dark Yellow) – पेशाब का गहरा पीला रंग हमें यह बताता है कि हमारे शरीर में लीवर में कोई समस्या है या फिर हमारे शरीर में पीलिया की समस्या है या फिर हमारे शरीर में खून की कमी है कई बार पेशाब का पीला रंग दवाइयों के कारण भी होता है इसमें घबराने की कोई बात नहीं है।
गहरा लाल ( Deep Red ) – अगर पेशाब  का रंग गहरा लाल है तो आपको मलेरिया ( Malaria ) या किडनी ( Kidney ) मे खराबी हो सकती है ऐसी स्थिति में आप किसी अनुभवी चिकित्सक से जरूर मिलेंगे।
लाल रंग (Deep Red)– पेशाब का रंग लाल होने का अर्थ है कि आपके किडनी में स्टोन है या फिर वहां पर ट्यूमर है कभी-कभी पेशाब का लाल होना दवाइयों के साइड इफेक्ट के कारण होता है।
दूधिया सफेद (Milkish White) – अगर पेशाब का रंग दूधिया सफेद है तो आपके शरीर में बैक्टीरिया हो सकते हैं एलर्जी हो सकती है या फिर आपकी किडनी में भी स्टोन होने के संकेत हैं।
नीला रंग (Blue)– यदि किसी व्यक्ति का पेशाब का रंग नीला है तो वह दर्शाता है कि शरीर में खराब बैक्टीरिया उत्पन्न हो गए हैं कभी-कभी आर्टिफिशियल फ्लेवर युक्त पदर्थो का सेवन करने से भी ऐसा होता है परंतु इसमें घबराने की कोई बात नहीं है।
गहरा भूरा रंग (Dark Brown)– अगर किसी व्यक्ति का पेशाब का रंग गहरा भूरे रंग का है तो यह दर्शाता है कि व्यक्ति  के लीवर में कुछ खराबी है या फिर व्यक्ति को पीलिया है।
चॉकलेटी रंग (Choklate)– अगर पेशाब का रंग चॉकलेटी ब्राउन है तो इसका मतलब है कि व्यक्ति के शरीर में पथरी ( Stone ) है या फिर किडनी में खून का थक्का जमा हुआ है या वहां ट्यूमर है ऐसी स्थिति में चिकित्सक से अवश्य मिलें।

शरीर मे खराबी के कारण पेशाब का अनियमित रूप से बार -बार या रुक-रुक कर आना-
किडनी में समस्या – किडनी में समस्या होने के कारण ब्लैडर पर अत्यधिक तनाव पड़ता है जिस कारण व्यक्ति को बार-बार पेशाब जाने की जरूरत पड़ती है


पीलिया : - पेशाब का गहरा पीला रंग लिवर में होने वाली समस्या के बारे में बताता है। इसके अलावा पेशाब का गहरा पीला रंग, पीलिया के रोग की वजह से भी हो सकता है। पीलिये में अक्सर पेशाब के साथ साथ आँखों,नाखूनों और त्वचा का रंग भी पीला हो जाता है।

खून की कमी : शरीर में खून की कमीयानि एनीमिया के होने पर भी मनुष्य के पेशाब का रंग गहरा पीला रंग हो सकता है। अगर आप कोई दवाई खा रहे हैं, तो ऐसी स्थिति में भी पेशाब का रंग गहरा पीला होने की संभावना होती है।

पानी की कमी: शरीर में पानी की कमी भी पेशाब के गहरे पीले रंग के होने का संकेत हो सकता है। इसके लिए आपको पर्याप्त पानी पीना चाहिए, दिन में कम से कम आठ गिलास पानी पीना शरीर का पोषण करता है और हमें कई रोगों से मुक्त भी रखता है। आपके शरीर मे पानी के स्तर केे आंकलन के लियेे इस colour chart का उपयोग करे-


पथरी:- अगर आपके पेशाब का रंग गहरा पीला है तो, यह इस बात का इशारा भी हो सकता है कि, आपके शरीर में पथरी की समस्या है, इसके लिए तुरंत जाँच कराएं।

गर्भावस्था में:-गर्भावस्था में पेशाब का रंग गहरा पीला हो जाता है, इस स्थिति में डरने वाली कोई बात नहीं है। गर्भवती होने पर शरीर में बदलावों के कारण और नई कोशिकाओं के बनने से ऐसा हो सकता है।

मूत्रमार्ग में इन्फेक्शन (UTI) :-मूत्रमार्ग में संक्रमण यानि यूरिन इन्फेक्शन होना भी पेशाब के गहरे पीले रंग का कारण हो सकता है. इसके अलावा अधिक मेहनत करने पर थकावट होती है और इससे भी पेशाब का रंग गहरा पीला पड़ सकता है।
UTI की अधिक जानकारी के लिए इस लिंक पर क्लिक कीजिए-

शरीर में गर्मी होना : - शरीर में अधिक गर्मी होने से पेशाब का रंग भी गहरा पीला हो सकता है। इससे निजात पाने के लिए ठंडी चीज़ों और पेय पर्दार्थों का सेवन करें।
असमान्य शारीरिक तामपान :- अगर आपके शरीर का तापमान सामान्य (मतलब 37 डिग्री सेल्सियस) नहीं रहता है,तो इससे भी पेशाब गहरे पीले रंग का होने की संभावना होती है।
डायबिटीज ( Diabetes ) – जब रक्त में शर्करा का स्तर बढ़ जाता है तब यह शर्करा हमारी पेशाब के माध्यम से बाहर निकलती है इसलिए अगर आपको बार-बार बाथरूम लगे तो इसका यह भी कारण हो सकता है कि आपके शरीर में इंसुलिन ( Insulin ) कम बन रहा है
बढ़ा हुआ प्रॉस्टेट – पुरुषों में बढ़ा हुआ प्रोस्टेट की समस्या होने के कारण बार बार पेशाब आती है इस दौरान दर्द होने की भी समस्या रहती है
इंफेक्शन – पेशाब में इंफेक्शन होने की समस्या के कारण प्राइवेट पार्ट में खुजली जैसी समस्या परेशान करती है बार-बार पेशाब जाने की समस्या भी होने लगती है पेशाब इतनी जोर से आती है कि कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता है
कैंसर –  प्रोस्टेट कैंसर या  यूरिन में दर्द होने के कारण बार-बार पेशाब जाने समस्या उत्पन्न होती है
छोटा ब्लैडर – कुछ मनुष्यों का ब्लैडर छोटा होने के कारण भी वह जल्दी भरने लगता है और जिस वजह से हमें बार-बार पेशाब लगती है
अधिक वजन होना – अधिक वजन होने के कारण ब्लैडर पर तनाव उत्पन्न होता है इस कारण भी बार-बार पेशाब आने की समस्या उत्पन्न होती है।

इसके अतिरिक्त कुछ रसायनों, शराब, पानी की कमी तथा दवाओं के सेवन से भी पेशाब का रंग बदल जाता है।

अंग्रेजी दवाएं – एलोपैथी में कुछ दवाइयां ऐसी होती हैं जिनका सेवन करने से मूत्र ज्यादा बनती है इसलिए हमें बार-बार पेशाब लगती है

अगर आपको कई दिनों तक पेशाब के गहरे पीले रंग के होने की समस्या हो तो, इसे नजरअंदाज न करें। तुरंत डॉक्टर से सम्पर्क करें, हो सकता है कि यह किसी गंभीर समस्या की तरफ इशारा हो।

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