ऑक्सीजन के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य

ऑक्सीजन (Oxygen) क्या है? O2 जुड़े रौचक तथ्य

Om Prakash Patidar
Shajapur


वैज्ञानिको का दावा है, कि आज से 2.48 अरब साल पहले वातावरण में oxygen आई थी।

ऑक्सीजन (Oxygen) आवर्त सारणी का आठवाँ तत्व है। ऑक्सीजन रंगहीन, स्वादहीन तथा गंधरहित गैस है। ऑक्सीजन का प्रतीक चिह्न O तथा इलेक्ट्रॉनिक विन्यास 1s2, 2s2, 2p4 होता है। ऑक्सीजन को आवर्त सारणी के उपवर्ग 6 A में रखा गया है। ऑक्सीजन का हिंदी नाम 'जारक' है।

खोज

ऑक्सीजन गैस की खोज सर्वप्रथम स्वीडन के शीले नामक वैज्ञानिक ने 1772 में की थी। ऑक्सीजन की खोज, प्राप्ति अथवा प्रारंभिक अध्ययन में जे. प्रीस्टले और सी.डब्ल्यू. शेले ने महत्त्वपूर्ण कार्य किया है।

प्राप्ति

ऑक्सीजन पृथ्वी के अनेक पदार्थो में रहता है और वास्तव में अन्य तत्वों की तुलना में इसकी मात्रा सबसे अधिक है। ऑक्सीजन वायुमंडल में स्वतंत्र रूप में मिलता है और आयतन के अनुसार उसका लगभग पाँचवाँ भाग है।  योगिक रूप में पानी, खनिज तथा चट्टानों का यह महत्त्वपूर्ण अंश है। वनस्पति तथा प्राणियों के प्राय: सब शारीरिक पदार्थों का ऑक्सीजन एक आवश्यक तत्व है। वायु में क़रीब 29.29% मात्रा ऑक्सीजन की होती है।

भौतिक गुण

  • द्रव ऑक्सीजन हल्के निले रंग का होता है।
  • ऑक्सीजन एक रंगहीन, गंधहीन गैस है जो वायु से कुछ भारी होती है।
  • ठण्डा करने पर ऑक्सीजन नीले रंग  के द्रव में परिवर्तित हो जाती है।
  • ऑक्सीजन गैस स्वयं नहीं जलती है, परन्तु जलने में सहायक होती है।
  • ऑक्सीजन की प्रकृति अनुचुम्बकीय है।
  • ऑक्सीजन का घनत्व 1.4290 ग्राम प्रति लीटर है (0° सेंटीग्रेड, 750 मिलीमीटर दाब पर) और वायु की अपेक्षा यह गैस 1.10527 गुणा भारी है।
  • ऑक्सीजन का विशिष्ट ताप (स्थिर दाब पर) 15° सेंटीग्रेड है तथा स्थिर आयतन के विशिष्ट ताप से इसका अनुपात 1.401 है।
  • ऑक्सीजन के द्रवीकरण में विशेषज्ञों को विशेष कठिनाई हुई थी, क्योंकि इसका क्रांतिक (क्रिटिकल) ताप118.8° सेंटीग्रेड, दाब 49.7 वायुमंडल तथा घनत्त्व 0.430 ग्राम/सेंटीमीटर3 है।
  • ऑक्सीजन का क्वथनांक 183° सेंटीग्रेड तथा ठोस ऑक्सीजन का द्रवनांक  218.4° सेंटीग्रेड है।
  • ऑक्सीजन पानी में थोड़ा घुलनशील है, जो जलीय प्राणियों के श्वसन के लिए उपयोगी है। कुछ धातुएँ जैसे- पिघली हुई चाँदी अथवा दूसरी वस्तुएँ जैसे- कोयला ऑक्सीजन का शोषण बड़ी मात्रा में कर लेती हैं।

उपयोग

  • ऑक्सीजन को कृत्रिम श्वसन के रूप में प्रयोग करते हैं तथा इसे प्राण वायु कहते हैं।
  • जीवित प्राणियों के लिए ऑक्सीजन अति आवश्यक है। इसे वे श्वसन द्वारा ग्रहण करते हैं।
  • द्रव ऑक्सीजन तथा कार्बन पेट्रोलियम, इत्यादि का मिश्रण अति विस्फोट है। इसलिए इनका उपयोग कड़ी वस्तुओं (चट्टान इत्यादि) के तोड़ने में होता है।
  • लोहे की मोटी चद्दर काटने अथवा मशीन के टूटे भागों को जोड़ने के लिए ऑक्सीजन तथा दहनशील गैस को फूंकनी से जलाया जाता है। इस प्रकार उत्पन्न ज्वाला का ताप बहुत अधिक होता है।
  • साधारण ऑक्सीजन के साथ हाइड्रोजन या ऐसिटिलीन जलाई जाती है। इसके लिए ये गैसें इस्पात के बेलनों में अति संपीडित अवस्था में बिकती हैं।
  • ऑक्सीजन सिरका, वार्निश इत्यादि बनाने तथा असाध्य रोगियों के साँस लेने के लिए भी उपयोगी है।

 1. ऑक्सीजन, धरती का तीसरा सबसे ज्यादा पाया जाने वाला तत्व (elememt) है. 1st पर हाॅइड्रोजन और 2nd पर हिलियम.

2. वातावरण में 21% ऑक्सीजन होना हमारे लिए वरदान से कम नही है. क्योंकि 30 करोड़ साल पहले, जब ऑक्सीजन 35% थी तब छोटे-छोटे कीड़ो का आकार बहुत बड़ा होने लगा था.

3. Oxygen gas बिना रंग की, बिना स्वाद की और बिना गंध की होती है. लेकिन liquid और solid oxygen हल्के नीले रंग की होती है.

4. हमारे शरीर की 90% एनर्जी ऑक्सीज़न की वजह से आती है. भोजन, पानी से तो केवल 10% मिलती है.

5. हम दिन में लगभग 23,000 बार साँस लेते है. मतलब, जितना भोजन खाते है उससे 23 गुना ज्यादा हवा और जितना पानी पीते है उससे 8 गुना ज्यादा हवा साँस के रूप में लेते है.

6. धरती की पूरी ऑक्सीजन हर 2,000 साल में एक बार renew होती है. मतलब, पुरानी ऑक्सीज़न की जगह नई ऑक्सीज़न आ जाती है. (Oxygen renewed once in every 2,000 years).

7. जीवन के हर 10 साल बाद फेफड़ो की क्षमता 5% घट जाती है. जिससे ऑक्सीज़न की खपत्त कम हो जाती है. लगभग सभी कैंसर ऑक्सीज़न की कमी के कारण शुरू होती है.

8. हमारे फेफड़ो का कुछ हिस्सा ऐसा भी है जो साँस ली गई हवा में से ऑक्सीजन अलग नही कर पाता. इसे मेडिकल की भाषा में ‘डेड स्पेस’ कहते है.

9. ऑक्सीजन खुद नही जलती, ये केवल दूसरी चीजों को जलने में मदद करती है. अगर ऑक्सीज़न खुद जल सकती तो ये संभव होता कि माचिस की एक तीली जलाते ही वातावरण में फैली पूरी ऑक्सीज़न में आग लग जाती.

10. नाइट्रोज़न की तुलना में ऑक्सीज़न पानी में 2 गुणा ज्यादा घुलनशील है. अगर ये नाइट्रोजन जितनी ही घुलनशील होती तो समुंद्रो, झीलों और नदियों में बहुत कम ऑक्सीज़न मौजूद होती. जिससे जीवों की जिंदगी और अधिक कठिन हो जाती.

11. हर जीवित चीज का लगभग 2/3 (more than 55%) वज़न ऑक्सीज़न की वजह से होता है. क्योंकि जीवित चीजों में बहुत अधिक पानी होता है और पानी का 88.9% वज़न ऑक्सीज़न की वजह से होता है.

12. पृथ्वी की ऊपरी सत्तह (जिसे हम curst कहते है और जिसकी मोटाई 30 से 50 km तक है) का 90% वजन केवल 5 तत्वों की वजह से है. (जिसमें सबसे ज्यादा आॅक्सीजन (appox. 45%), सिलिकाॅन, ऐल्युमीनियम, लोहा और कैल्शियम है).

13. ऑक्सीजन गैस पैरामैग्नेटिक होती है. मतलब, यह चुंबक की तरफ आकर्षित होती है. लेकिन यह हमेशा ऐसा नही कर पाती. लिक्विड ऑक्सीजन मैग्नेटिक होती है. मतलब, एक पावरफुल चुंबक के साथ यह चारों तरफ घुमाई जा सकती है. यहाँ तक कि एक जगह से उठाई भी जा सकती है.

14. तरल ऑक्सीज़न से भरा स्विमिंग पुल कैसा होगा ? बहुत, बहुत ठंडा होगा. क्योंकि ऑक्सीजन -183°C पर जाकर लिक्विड में चेंज होती है.

15. खून में ऑक्सीजन का सबसे कम स्तर 3.28 किलोपास्कल दर्ज किया गया है. ये आंकडा 2009 में पर्वतारोहियों के खून में पाया गया था. वैसे नार्मल आदमी के खून में ऑक्सीजन का स्तर 12 से 14 किलोपास्कल तक रहता है.

16. धरती पर पहली बार ऑक्सीज़न के लिए ‘Cyanobacteria’ जिम्मेदार है. ये एक ऐसा जीव है जो प्रकाश संश्लेष्ण (photosynthesis) कि मदद से काॅर्बनडाॅइऑक्साइड लेता है और ऑक्सीजन छोड़ता है. बिल्कुल पेड़-पौधों की तरह.

17. केकड़े के खून का रंग साफ होता है, लेकिन ऑक्सीजन के संपर्क में आते ही नीला हो जाता है.

18. यदि किसी डेड बाॅडी को ठंडे और बिना ऑक्सीजन वाले स्थान पर रख दिया जाए तो यह बाॅडी पिघले हुए मोम की तरह बन जाएगी. जो साबुन की तरह बिल्कुल चिकनी होगी.

19. हवाई जहाजों में जो आपातकालीन ऑक्सीज़न माॅस्क दिया जाता है उससे आज तक एक भी जीवन नही बच पाया है.

20. अपनी जिंदगी के आखिरी दिनों में स्टीव जाॅब्स (founder of Apple) ने ऑक्सीजन माॅस्क पहनने से इंकार कर दिया था, क्योंकि उन्हें इसका डिजाइन पसंद नही आया था.

21. चूने में ऑक्सीज़न और हाइड्रोजन को मिलाने पर यह बहुत तेज रौशनी पैदा करता है. पुराने सिनेमाघरों में किसी एक जगह पर लाइट मारने के लिए इसे ही प्रयोग किया जाता था.

22. दनिया में सबसे अच्छी हवा वाला देश है ‘Estonia’. और सबसे खराब हवा वाला देश है ‘Mangolia’.

23. जन्म से लेकर जवान होने तक प्रति मिनट साँस लेने की संख्या 66% कम हो जाती है.

जन्म से 6 सप्ताह तक: 30-60 साँस प्रति मिनट6 महीने: 25-40 साँस प्रति मिनट3 साल: 20-30 साँस प्रति मिनट6 साल: 18-25 साँस प्रति मिनट10 साल...

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