कीटभक्षी (Insectivorous)पौधे:जो कीड़े मकोड़े खाते है।
हमारी पृथ्वी विभिन्न किस्म के जीव-जन्तुओं से भरी हुई है, जिनमें से कुछ को तो हम जानते हैं, मगर कुछ ऐसे हैं, जिनसे अभी तक अंजान है। आज हम आपको एक रोचक और नई जानकारी देंगे। क्या आप जानते हैं कि पृथ्वी पर ऐसे पौधे भी हैं, जो छोटे-छोटे जीवों को खाकर जीवित रहते हैं। आज हम आपको ऐसे ही कुछ पौधों के बारे में जनकारी देंगे।
पिचर प्लांट :
पिचर प्लांट:पौधे की यह एक अनोखी प्रजाति है। पूरी दुनिया में लगभग इनकी 120 प्रजातियां मौजूद हैं। ये पौधे आसानी से नहीं मिलते, लेकिन अगर इनकी देखभाल करके इन्हें उगाया जाये तो यह विशाल रूप से फलते-फूलते रहते हैं। इन पौधों को इनके मटके के आकार की वजह से ही पिचर प्लाट कहा जाता है।
पिचर प्लांट:पौधे की यह एक अनोखी प्रजाति है। पूरी दुनिया में लगभग इनकी 120 प्रजातियां मौजूद हैं। ये पौधे आसानी से नहीं मिलते, लेकिन अगर इनकी देखभाल करके इन्हें उगाया जाये तो यह विशाल रूप से फलते-फूलते रहते हैं। इन पौधों को इनके मटके के आकार की वजह से ही पिचर प्लाट कहा जाता है।
कोबरा लिली :
कोबरा लिली: डार्लिग टॉरनियां जैनीस में इस किस्म के पौधों की सिर्फ एक ही प्रजाति है और वो है कोबरा लिली। इस प्रजाति का भी नाम इसकी बनावट की वजह से ऐसा पड़ा है। इसका मुख्य अंग सांप के आकार का होता है, जिसके साथ एक पत्ती-सी होती है। यह पत्ती सांप की जीभ की तरह लगातार फड़फड़ाती रहती है। इस पौधे की खेती बहुत कठिन मानी जाती है, क्योंकि इसे हर समय ठण्डे पानी की आवश्यकता होती है।
कोबरा लिली: डार्लिग टॉरनियां जैनीस में इस किस्म के पौधों की सिर्फ एक ही प्रजाति है और वो है कोबरा लिली। इस प्रजाति का भी नाम इसकी बनावट की वजह से ऐसा पड़ा है। इसका मुख्य अंग सांप के आकार का होता है, जिसके साथ एक पत्ती-सी होती है। यह पत्ती सांप की जीभ की तरह लगातार फड़फड़ाती रहती है। इस पौधे की खेती बहुत कठिन मानी जाती है, क्योंकि इसे हर समय ठण्डे पानी की आवश्यकता होती है।
बटरवर्ट :
बटरवर्ट: ये पौधे झुंड में पाए जाते हैं। ये अपनी पत्तियों द्वारा कीड़े-मकोड़े पकड़ लेते हैं। इन्हें देख कर कोई कह नहीं सकता कि ये पौधे कीड़े खाते हैं। इनकी पत्तियों पर एक चिपचिपा-सा पदार्थ लगा होता है, जो इन्हें छोटे जीवों को पकड़ने में सहायता करता है।
बटरवर्ट: ये पौधे झुंड में पाए जाते हैं। ये अपनी पत्तियों द्वारा कीड़े-मकोड़े पकड़ लेते हैं। इन्हें देख कर कोई कह नहीं सकता कि ये पौधे कीड़े खाते हैं। इनकी पत्तियों पर एक चिपचिपा-सा पदार्थ लगा होता है, जो इन्हें छोटे जीवों को पकड़ने में सहायता करता है।
सनड्यू :
सनड्यू: यह पौधा बहुत खूबसूरत होता है। यह विभिन्न रंग और आकार में पाया जाता है। इसकी लंबाई 9 फुट तक हो सकती है। इसकी 170 प्रजातियां पाई गई हैं और इसकी खेती भी बहुत आसान होती है।
सनड्यू: यह पौधा बहुत खूबसूरत होता है। यह विभिन्न रंग और आकार में पाया जाता है। इसकी लंबाई 9 फुट तक हो सकती है। इसकी 170 प्रजातियां पाई गई हैं और इसकी खेती भी बहुत आसान होती है।
वीनस फ्लाइ ट्रैप :
वीनस फ्लाई ट्रैप: कोई भी कारनीवोरस प्लांट्स की सूची इसके बिना अधूरी ही मानी जाती है। इसका कॉमन नाम है वीनस और यह छोटे कीड़ों को अपने जाल में फंसा कर अपनी ऊर्जा की जरूरतों को पूरा करता है।
इन कीड़े खाने वाले पौधों के अलावा भीअमरबेल, रैफ़लेशिया जैसेपरजीवी पौधे भी हैं,जो दूसरे पेड़-पौधों के सहारे अपना भोजन तैयार करते हैं। ये पौधे लताओं की शक्ल में होते हैं। ये जिस पेड़ या पौधे पर बेल कि तरह चढ़े होते हैं उसी के शरीर से पोषक तत्व खींचकर अपना काम चलाते हैं। धीरे-धीरे वह पौधा सूखता जाता है और परजीवी पौधा या बेल हरा-भरा होता जाता है।
वीनस फ्लाई ट्रैप: कोई भी कारनीवोरस प्लांट्स की सूची इसके बिना अधूरी ही मानी जाती है। इसका कॉमन नाम है वीनस और यह छोटे कीड़ों को अपने जाल में फंसा कर अपनी ऊर्जा की जरूरतों को पूरा करता है।
इन कीड़े खाने वाले पौधों के अलावा भीअमरबेल, रैफ़लेशिया जैसेपरजीवी पौधे भी हैं,जो दूसरे पेड़-पौधों के सहारे अपना भोजन तैयार करते हैं। ये पौधे लताओं की शक्ल में होते हैं। ये जिस पेड़ या पौधे पर बेल कि तरह चढ़े होते हैं उसी के शरीर से पोषक तत्व खींचकर अपना काम चलाते हैं। धीरे-धीरे वह पौधा सूखता जाता है और परजीवी पौधा या बेल हरा-भरा होता जाता है।