मछली जल से बाहर क्यो मर जाती है?

मछली जल के बाहर जिंदा क्यो नही राह पाती है?
Om Prakash Patidar

मछली जल की रानी है,
जीवन उसका पानी है।
हाथ लगाओगे तो डर जाएगी,
बाहर निकालोगे तो मर जाएगी।

याद आया कुछ??
हम सभी ने बचपन में "मछली जल की रानी हैै " कविता जरूर सुनी होगी जिसके अंत में एक लाइन है बाहर निकालो मर जाती है तो आइये जानते हैं मछली पानी में ही क्‍याें जीवित रहती है और बाहर निकालते ही क्‍याें मर जाती है।

मछली पान‍ी में क्‍यों जीवित रहती है?

मनुष्‍य के पास सांस लेने के लिए नाक होती है जवकि मछली अपने गलफडों (गिल्‍स) की सहायता से सांस लेती है मछली केे गलफडे पानी में धुली ऑक्‍सीजन को फिल्‍टर करते हैं और कार्वनडाई आक्साइड (Carbon di Oxide) को बाहर निकालते हैं यह खुली हवा में या पानी के बाहर ऑक्‍सीजन (Oxygen) को आवशाेेषित नहीं कर पाते हैं।
 जब मछली को पानी से बाहर निकाला जाता है तो यू कहे जैसे कोई पुस्तक या शेविंग ब्रश जिस प्रकार पानी मे खिले खिले रहते है परंतु पानी से बाहर निकलते ही पुस्तक के पन्ने या ब्रश के बाल जिस प्रकार से चिपक जाते है, ठीक उसी प्रकार से मछलियों के गलफड़े भी पानी से बाहर आने पर आपस मे चिपक जाते है, और मछली के गलफडे (Gills) काम करना बन्‍द कर देते हैंं जिससे मछली सांस नहीं ले पाती है, जिससे दम घुटने (Suffocation) से मछली मर जाती है।।

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