ई-सिगरेट (electronic cigarette) क्या है?
ई-सिगरेट क्या है? – यह पारम्परिक सिगरेट की तरह ही एक सिगरेट होती है जो एक छोटी बेटरी से चलती है जो इसके अंदर ही लगी होती है | इसमें से कश लेने से भाप निकलती है जिसमे निकोटीन मिला होता है हालाँकि यह पारम्परिक सिगरट के मुकाबले कम नुकसान करती है इसमें liquid solution भरा होता है जो इसमें लगे Heating element से गर्म होकर भाप में बदलता है | इसमें मौजूद Liquid में propylene glycol, glycerin, nicotine, जैसे रसायन होते है और flavor के लिए कुछ flavorings रसायन भी होते है | यह कई प्रकार की आती है कुछ बिना निकोटीन के होती है जो नुक्सान नहीं करती और कुछ कम मात्रा वाले निकोटीन के साथ होती है जो शरीर को नुकसान भी पहुंचाती है |चिकित
केसव चर्च
Om Prakash Patidar
मैं जिंदगी का साथ निभाता चला गया हर फिक्र को धुएं में उड़ाता चला गया. मैं जिंदगी का साथ निभाता चला गया हर फिक्र को धुएं में उड़ाता ...
मुंबई ब्लास्ट केस में जेल गए संजय दत्त ने कोर्ट से जेल में ई-
सिगरेट पीने की इजाजत मांगी थी। सिगरेट के बार में तो सभी जानते हैं, आइए जानें कि आखिर ई-सिगरेट क्या होती है और कैसे यह अलग है एक आम सिगरेट से...
ई-सिगरेट यानि के electronic cigarette (e-cig or e-cigarette) एक तरह से पारम्परिक सिगरेट cigarette का ही सुधरा हुआ या यूँ कहें उन्नत किस्म का version है जो कि यह दिखता है तकनीक ने हर क्षेत्र में किस तरह से हस्तक्षेप किया है | कुछ भी ऐसा नहीं है जो बढती तकनीक से अछूता हो न हो यह तक कि अब ई -सिगरेट के चलन भी बड़ रहा है।
ई-सिगरेट क्या है? – यह पारम्परिक सिगरेट की तरह ही एक सिगरेट होती है जो एक छोटी बेटरी से चलती है जो इसके अंदर ही लगी होती है | इसमें से कश लेने से भाप निकलती है जिसमे निकोटीन मिला होता है हालाँकि यह पारम्परिक सिगरट के मुकाबले कम नुकसान करती है इसमें liquid solution भरा होता है जो इसमें लगे Heating element से गर्म होकर भाप में बदलता है | इसमें मौजूद Liquid में propylene glycol, glycerin, nicotine, जैसे रसायन होते है और flavor के लिए कुछ flavorings रसायन भी होते है | यह कई प्रकार की आती है कुछ बिना निकोटीन के होती है जो नुक्सान नहीं करती और कुछ कम मात्रा वाले निकोटीन के साथ होती है जो शरीर को नुकसान भी पहुंचाती है |चिकित
केसव चर्च
ई-सिगरेट कैसे काम करती है?
इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट या ई-सिगरेट में एक टंकी होती है जिसको भरा भी जा सकता है।
केइसमें धुएं के बजाय भाप निकलती है। इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट नवीनतम उत्कृष्ट है, इससे तंबाकू से होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है। दुनिया भर में इसके लाखों उपयोगकर्ता हैं और इसके बारे में सही जानकारी भी हासिल कर रहे हैं। इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट को इसकी निकोटीन और धूम्रपान की आदत को नियंत्रण में लाने के लिए तेज़ी से लोग अपना रहे हैं।
ई-सिगरेट के आकार की एक विस्तृत श्रेणी है जो कलम, यूएसबी स्टिक्स आदि की डिजाइन में आती है।
ई-सिगरेट में होता है:
- एक भाप बनाने वाला हीटिंग उपकरण
- एक बैटरी
- निकोटीन जिससे नशे की आदत पड़ जाती है, इ-सिगरेट में भी निकोटीन होता है। यहाँ तक कि निकोटीन मुक्त लेबल वाले में भी निकोटीन की कुछ मात्रा होती है
- अन्य रसायन और फ्लेवर से परिपूर्ण
उपयोगकर्ता जब कश लेता है तो वेपोराइज़र से निकलती है। ये बाप सांस से अंदर ली जाती है।
ई-सिगरेट कैसे काम करती है?
इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट या ई-सिगरेट में एक टंकी होती है जिसको भरा भी जा सकता है।
केइसमें धुएं के बजाय भाप निकलती है। इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट नवीनतम उत्कृष्ट है, इससे तंबाकू से होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है। दुनिया भर में इसके लाखों उपयोगकर्ता हैं और इसके बारे में सही जानकारी भी हासिल कर रहे हैं। इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट को इसकी निकोटीन और धूम्रपान की आदत को नियंत्रण में लाने के लिए तेज़ी से लोग अपना रहे हैं।
ई-सिगरेट के आकार की एक विस्तृत श्रेणी है जो कलम, यूएसबी स्टिक्स आदि की डिजाइन में आती है।
ई-सिगरेट में होता है:
- एक भाप बनाने वाला हीटिंग उपकरण
- एक बैटरी
- निकोटीन जिससे नशे की आदत पड़ जाती है, इ-सिगरेट में भी निकोटीन होता है। यहाँ तक कि निकोटीन मुक्त लेबल वाले में भी निकोटीन की कुछ मात्रा होती है
- अन्य रसायन और फ्लेवर से परिपूर्ण
उपयोगकर्ता जब कश लेता है तो वेपोराइज़र से निकलती है। ये बाप सांस से अंदर ली जाती है।
Nice information. I have seen this cigarette, but didn't know it's importance
जवाब देंहटाएंYes this is new trend for addiction
हटाएंVery Nice information
जवाब देंहटाएंThank u sir
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