समाचार पत्र पर चार रंगीन बिंदु क्यो बने होते है? इनका क्या मतलब होता है?

न्यूजपेपर पर नजर आने वाले इन चार रंगीन डॉट्स का मतलब क्या है?
Om Prakash Patidar

हम में से ज्यादातर लोग प्रतिदिन समाचार पत्र पड़ते है, आप भी तो प्रतिदिन सुबह -सुबह न्यूज़ पेपर पड़ते है,

लेकिन कभी अपने गौर किया कि पेपर के निचले हिस्से में चार रंगों के गोले या दिल की आकृति या फिर वर्ग देखे होंगे, शायद नही, अब देखो तो जरा।
चोक गए न !!
ये रंगीन गोले/हार्ट/वर्ग क्यो बने होते है।


हममें से अधिकांश नहीं जानते कि इसका मतलब क्या है। खैर, यहां में आपको बताता हूँ कि ये इस क्यो होता है?
यह गोले चार रंग के होते हैं। दरअसल, इन चार रंगों को CMYK (सियान, मेजेन्टा, यलो और ब्लैक) कहते हैं, जो किसी अखबार की छपाई में इस्तेमाल होने वाले सभी रंगों के आधार रंग हैं।
ये रंग हैं नीला(सायना), लाल(मजेंटा), पीला(यलो) और काला(की या ब्लैक)। 
इन्हें संक्षेप में सीएमवाईके (CMYK) कहते हैं। [CMYK refers to the four inks used in some color printing: cyanmagentayellow, and key (black)].

अखबारों में छपाई के लिए इन चार रंगों की स्याही इस्तेमाल की जाती है। इन चारों रंगों के संयोग से ही तस्वीरों और अक्षरों के सारे रंग बनते हैं। चारों रंग की प्लेटें ठीक से लगी हैं या नहीं इसका पता इन गोलों या लकीरों या किसी दूसरी आकृति से लगता है। इसे रजिस्ट्रेशन कहने हैं। आजकल अखबार बहुत हाई स्पीड से छपते हैं ,एक घंटे में 90 ,000 तक अखबार छप जाते हैं ऐसे में हर अखबार को व्यक्तिगत रूप से जांचना असंभव है ऐसे में आधुनिक प्रिंटर की मदद से ये गलती नई होती है और ये चार गोले हमे इस बात को बताते हैं अखबार की छपाई ठीक ढंग से हुई हैं।
मूल रूप से किसी भी रंग को सही अनुपात में इनका उपयोग करके तैयार किया जा सकता है। इन सभी रंगों के प्लेट्स एक पृष्ठ पर अलग से रखे जाते हैं और प्रिंटिंग करते समय एक ही स्थान पर रहते हैं। अगर ये डॉट्स इसी क्रम में बने रहते हैं, तो चित्र स्पष्ट आते हैं। यदि ऐसा नहीं हो तो चित्र किसी तरह धुंधली हो जाता है, जिससे कलर की ओवरलैपिंग हो जाती है।
यदि अलग-अलग रंगों की प्लेटें एक दूसरे के साथ संरेखित नहीं होती हैं, तो चित्र ठीक से रखा गया नहीं होता है। मार्कर का उपयोग रंगों के घनत्व और डॉट की पहचान करने के लिए भी किया जाता है। रोज छपने वाले समाचार पत्रों की सही संख्या को नहीं जाना जा सकता, इसलिए इसका इस्तेमाल करना इसे आसान बनाता है। बहुत लोगों को ये लगता है कि अखबार की प्रिटिंग के समय ये गलती से लग जाता है। दरअसल, अखबार पर सही कलर पैटर्न बनाने के लिए ये डॉट्स यानी बिंदी मार्कर का काम करते हैं यानि एक निशान बनाते हैं। शायद आपने बचपन में बढ़ा हो की मुख्य रंग लाल, पीला, नीला होते हैं।

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