क्यो और किसके लिए लिखा जाता है स्टेशन पर समुद्र तल से ऊंचाई
Om Prakash Patidar
समुद्र तल या औसत समुद्र तल (Mean sea level) समुद्र के जल के उपरी सतह की औसत ऊँचाई का मान होता है। इसकी गणना ज्वार-भाटे के कारण होने वाले समुद्री सतह के उतार चढ़ाव के कारण इसका औसत निकाल कर गणना की जाती है। समुद्र तल से ऊँचाई (MSL-Metres above sea level) में व्यक्त किया जाता है।
समुन्द्र तल की ऊँचाई का क्या मतलब है. दरअसल यह बात तो हम सब अच्छी तरह से जानते हैं कि हमारी पृथ्वी गोल है और दुनिया की एक सामान ऊँचाई नापने के लिए हमें एक ऐसे समतल और एक सामान आधार की जरुरत होती है और ये समुन्द्र से अच्छा कोई दूसरा विकल्प नहीं है. क्योंकि समुन्द्र का पानी एक सामान रहता है. इसलिए इस का उपयोग सिविल इंजीनियरिंग में भी किया जाता है.
समुन्द्र तल की ऊँचाई का क्या मतलब है. दरअसल यह बात तो हम सब अच्छी तरह से जानते हैं कि हमारी पृथ्वी गोल है और दुनिया की एक सामान ऊँचाई नापने के लिए हमें एक ऐसे समतल और एक सामान आधार की जरुरत होती है और ये समुन्द्र से अच्छा कोई दूसरा विकल्प नहीं है. क्योंकि समुन्द्र का पानी एक सामान रहता है. इसलिए इस का उपयोग सिविल इंजीनियरिंग में भी किया जाता है.
इसका प्रयोग धरातल पर स्थित बिंदुओं की ऊँचाई मापने के लिये सन्दर्भ तल के रूप में किया जाता है। इसका उपयोग उड्डयन में भी होता है। उड्डयन में समुद्र की सतह पर वायुमण्डलीय दाब को वायुयानों के उड़ान की उँचाई के संदर्भ के रूप में उपयोग किया जाता है।
क्यो और किसके लिए लिखा जाता है स्टेशन पर समुद्र तल से रेलवे स्टेशन की ऊंचाई
अपने जीवन में हर किसी ने ट्रेन में तो यात्रा किया होगी. सफर में कई स्टेशन भी आये होंगे और आप ने रेलवे स्टेशन के नाम का प्लेटफार्मों पर लगा छोटा-बड़ा बोर्ड को भी देखा तो होगा. जिस पर तीन भाषाओँ में स्टेशन के नाम के साथ समुन्द्र तल से ऊँचाई भी लिखी होती हैं.
वैसे स्टेशनों पर ज्यादातर जानकारियां और सूचनाएं यात्रियों के लिए होती मगर स्टेशन पर मौजूद ऐसी कई जानकारियां और सूचनाएं मौजूद होती है जो सिर्फ यात्रियों के लिए नहीं बल्कि किसी खास मकसद से कुछ खास लोगों के लिए ही रहती है.
क्या आपने कभी यह सोचा आखिर रेलवे स्टेशन के बोर्ड पर समुन्द्र तल से ऊँचाई क्यों लिखी होती है और किसके लिए…?
दरअसल ये जानकारी रेल के ड्राईवर और गार्ड के लिए लिखी होती है. जब कोई ट्रेन 100 मीटर समुन्द्र तल की ऊँचाई से 150 मीटर समुन्द्र तल की ऊँचाई की तरफ जा रही तो इस बोर्ड को देखकर ड्राईवर को अंदाजा हो जाता है कि उसको किस हिसाब से ट्रेन के इंजन को स्पीड देनी है.
बस इसी को आधार मानकर रेलवे के भी इंजिनियर स्टेशन पर समुन्द्र तल से ऊँचाई का जिक्र स्टेशन के मुख्य बोर्ड पर करते है. जो स्टेशन सभी प्लेटफार्म के दोनों छोर पर लगा रहता है. हो सकता है ऐसा सभी स्टेशनों पर नहीं होता. लेकिन यह अक्सर उन स्टेशनों पर होता है जिन स्टेशनों से ट्रेनों का सफर उतार चढ़ाव का होता है.