दुनिया का सबसे बड़ा पेड़ : भारत का ‘महान बरगद वृक्ष’

World's biggest tree: The great Banyan Tree'
Om Prakash Patidar

1. आजतक आपने बड़े से बड़ा पेड़ भी देखा होगा तो कितना विशाल होगा ?
2. दुनिया के सबसे बड़े पेड़ के नीचे कितने आदमी खड़े हो सकते है?
पहले प्रश्न का उत्तर आप दो या न दो लेकिन दूसरे प्रश्न के लिए आपका संभावित उत्तर हो सकता है 50  या 100 या अधिकतम 1000 जो की गलत  होगा।
इस प्रश्न का सही उत्तर है
उस पेड़ के नीचे करीब 10 हज़ार व्यक्ति खड़े हो सकते है।
यह कोई मज़ाक या गप नही है।इसे दुनिया सा सबसे बड़ा पेड़ भी कहा जाता है। सबसे खास बता है की ये पेड़ हमारे भारत में ही मौजूद है। 
जब आप इस पेड़ को देखेंगे तो लगेगा कि ये एक पेड़ नहीं बल्कि पूरा एक जंगल है.यह महान बरगद का वृक्ष कोलकाता के आचार्य जगदीश चंद्र बोस बॉटनिकल गार्डन में है. कहा जाता है कि ये पेड़ दुनिया का सबसे चौड़ा बरगद का पेड़ है।
इस ‘द ग्रेट बेनियन ट्री’  का घेराव 14,500 वर्ग मीटर है यानि 4.67 एकड़ है। यह लगभग एक क्रिकेट मैदान जितना है। इसी वजह से इसका नाम गीनीज बुक ऑफ विश्व रिकॉर्ड में भी इसका नाम दर्ज है। 1787 में जब इस बॉटेनिकल गार्डन को बनाया गया तो इस पेड़ की उम्र 20 साल थी।
आज इस पेड़ की उम्र है लगभग 250 साल यानि दो शताब्दी। 1850 में जब इस प्रोप पेड़ की जड़े लगभग 89 थी और घेराव लगभग 240 मीटर था।
अपस्थानिक जड़े (Prop root) वह जड़े होती है जो टहनीयों से निकलती है और मिट्टी में अपनी पकड़ बनालेती है और पेड़ को मजबूती देती है। द ग्रेट बेनियन ने अपना अनोखा वातावरण बनाया हुआ है। इस पेड़ पर 87 पक्षीयों की प्रजातियां है। इसके अलावा बंदर और गिलहरीया भी बड़ी सख्या में पाए जाते है। भारत सरकार ने द ग्रेट बेनियन का डाक टिकट भी जारी किया है।

बरगद का वृक्ष इतना विशाल क्यो हो जाता है?
बरगद के पेड़ की शाखाओं से जटाएं (अपस्थानिक जड़ें) पानी की तलाश में नीचे जमीन की और बढती हैं. वे बाद में जड़ के रूप में पेड़ को पानी और सहारा देने लगती है. वर्तमान में इस बरगद की 2800 से अधिक जटाएं जड़ का रूप ले चुकी है. 19वीं शताब्दी में यहां आये 2 चक्रवाती तुफानों ने इसकी मूल जड़ को उखाड़ दिया था जो बाद में फंगस लगने के कारण खराब हो गई थी . 1925 में इस जड़ को काटकर अलग कर दिया गया, पर तब तक कई दूसरी जटाएं जड़ का रूप ले चुकी थी. इस कारण ये पेड़ आज भी बढ़ता जा रहा है.

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