ब्लैक बॉक्स (Black-Box) क्या है?
यह क्या कार्य करता है? इसका रंग कैसा होता है?
हवाई जहाज़ में फ्लाइट डाटा रेकॉर्ड करने यानी की कॉकपिट में होने वाली बातचीत और अन्य flight data की रेकॉर्ड इस यंत्र में store किया जाता है। इस तरह का डिवाइस बेहद मज़बूत धातु टिटेनियम से बनाया जाता है, ताकि विमान दुर्घटना ग्रस्त होने पर जल जाने पर या black box पर वज़न पढ़ने पर भी वह सलामत रह सके और उसके अंदर stored डाटा की सहायता से दुर्घटना की वजह पता की जा सके। black box को कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डर (सी॰ वी॰ आर) भी कहा जाता है।
‘ब्लैक बॉक्स’ के दो अलग-अलग बॉक्सहोते हैं |
1. फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर: इसमें विमान की दिशा, ऊँचाई (altitude) , ईंधन, गति (speed), हलचल (turbulence), केबिन का तापमान इत्यादि सहित 88 प्रकार के आंकड़ों के बारे में 25 घंटों से अधिक की रिकार्डेड जानकारी एकत्रित रखता है| यह बॉक्स 11000°C के तापमान को एक घंटे तक सहन कर सकता है जबकि 260°C के तापमान को 10 घंटे तक सहन करने की क्षमता रखता है | इस दोनों बक्सों का रंग काला नही बल्कि लाल या गुलाबी होता है जिससे कि इसको खोजने में आसानी हो सके।
2. कॉकपिट वोइस रिकॉर्डर: यह बॉक्स विमान में अंतिम 2 घंटों के दौरान विमान की आवाज को रिकॉर्ड करता है | यह इंजन की आवाज, आपातकालीन अलार्म की आवाज , केबिन की आवाज और कॉकपिट की आवाज को रिकॉर्ड करता है; ताकि यह पता चल सके कि हादसे के पहले विमान का माहौल किस तरह का था |
‘ब्लैक बॉक्स’ कैसे काम करता है?
जैसा कि ऊपर बताया गया है कि ब्लैक बॉक्स बहुत ही मजबूत धातु का बनाया जाता है | यह 1100°C के तापमान को एक घंटे तक सहन कर लेता है और 30 दिन तक बिना विद्युत् के काम करता रहता है | जब यह बॉक्स किसी जगह पर गिरता है तो प्रत्येक सेकेण्ड एक बीप की आवाज/तरंग लगातार 30 दिनों तक निकालता रहता है | इस आवाज की उपस्थितिको खोजी दल द्वारा 2 से 3 किमी. की दूरी से ही पहचानलिया जाता है | इसके एक और मजेदार बात यह है कि यह 14000 फीट गहरे समुद्री पानी के अन्दर से भी संकेतक भेजता रहता है |
हालांकि ब्लैक बॉक्स किसी भी विमान दुर्घटना की बिलकुल साफ-साफ तस्वीर नही दिखाता है; कई मामलों में तो यह मिलता भी नही है | लेकिन इतना तो तय है कि किसी विमान की दुर्घटना के कारणों को जानने में इसकी एक अहम् भूमिका होती है |
Black Box की विशेषता-
1. Black box की battery करीब 30 (तीस) दिन तक चलती है।
2. दुर्घटना विस्तार पर किसी सलामत black box को 18 से 20 हज़ार फीट की दूरी से पता लगाया जा सकता है।
3. normally एक black box जहाज़ के पिछले हिस्से में लगाया जाता है ताकि उसके सलामत रहने की संभावना अधिक रहे।
4. एक black box 1100 डिग्री की आग में और 260 डिग्री की तपन (Heat) में दस घंटे तक सलामत रह सकता है।
5. black box ठंडे वातावरण में माइनस 55 से 70 डिग्री तक सलामत रह कर काम देता है।
6. Australia विश्व का पहला ऐसा देश था जिसने black box का प्रयोग करना शुरू किया था।
7. वर्ष 1960 में Australia की इस अहेम पहेल के बाद विश्व भर के airlines और अन्य हवाई equipment के लिए Black box लगाना अनिवार्य हो गया है।
8. black box का universal कलर Orange (नारंगी) होता है। यह चमकीला कलर इस लिए रखा जाता है ताकि उसे आसानी से ढूंढा जा सके।
Black box के जनक कौन हैं?
ब्लैक- बॉक्स FDR / CVR (Flight Data Recorder / Cockpit Voice Recorder) का आविष्कार करने का श्रेय Australia के David Ronald De Mey Warren AO को जाता है।
‘ब्लैक बॉक्स’ का इतिहास:
वर्ष 1953-54 में हवाई हादसों की बढती हुई संख्या को देखते हुए विमान में एक ऐसे उपकरण को लगाने की बात की जाने लगी जो कि विमान हादसे के कारणों की ठीक से जानकारी दे सके ताकि भविष्य में होने वाले हादसों से बचा जा सके | इसके उपाय के रूप में ब्लैक बॉक्स का अविष्कार किया गया | शुरुआत में इसके लाल रंग के कारण ‘रेड एग’ के नाम से पुकारा जाताथा| शुरूआती दिनों में बॉक्स की भीतरी दीवार को काला रखा जाता था, शायद इसी कारण इसका नाम ब्लैक बॉक्स पड़ा |
यह क्या कार्य करता है? इसका रंग कैसा होता है?
Om Prakash Patidar
हवाई जहाज़ में फ्लाइट डाटा रेकॉर्ड करने यानी की कॉकपिट में होने वाली बातचीत और अन्य flight data की रेकॉर्ड इस यंत्र में store किया जाता है। इस तरह का डिवाइस बेहद मज़बूत धातु टिटेनियम से बनाया जाता है, ताकि विमान दुर्घटना ग्रस्त होने पर जल जाने पर या black box पर वज़न पढ़ने पर भी वह सलामत रह सके और उसके अंदर stored डाटा की सहायता से दुर्घटना की वजह पता की जा सके। black box को कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डर (सी॰ वी॰ आर) भी कहा जाता है।
‘ब्लैक बॉक्स’ के दो अलग-अलग बॉक्सहोते हैं |
1. फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर: इसमें विमान की दिशा, ऊँचाई (altitude) , ईंधन, गति (speed), हलचल (turbulence), केबिन का तापमान इत्यादि सहित 88 प्रकार के आंकड़ों के बारे में 25 घंटों से अधिक की रिकार्डेड जानकारी एकत्रित रखता है| यह बॉक्स 11000°C के तापमान को एक घंटे तक सहन कर सकता है जबकि 260°C के तापमान को 10 घंटे तक सहन करने की क्षमता रखता है | इस दोनों बक्सों का रंग काला नही बल्कि लाल या गुलाबी होता है जिससे कि इसको खोजने में आसानी हो सके।
2. कॉकपिट वोइस रिकॉर्डर: यह बॉक्स विमान में अंतिम 2 घंटों के दौरान विमान की आवाज को रिकॉर्ड करता है | यह इंजन की आवाज, आपातकालीन अलार्म की आवाज , केबिन की आवाज और कॉकपिट की आवाज को रिकॉर्ड करता है; ताकि यह पता चल सके कि हादसे के पहले विमान का माहौल किस तरह का था |
‘ब्लैक बॉक्स’ कैसे काम करता है?
जैसा कि ऊपर बताया गया है कि ब्लैक बॉक्स बहुत ही मजबूत धातु का बनाया जाता है | यह 1100°C के तापमान को एक घंटे तक सहन कर लेता है और 30 दिन तक बिना विद्युत् के काम करता रहता है | जब यह बॉक्स किसी जगह पर गिरता है तो प्रत्येक सेकेण्ड एक बीप की आवाज/तरंग लगातार 30 दिनों तक निकालता रहता है | इस आवाज की उपस्थितिको खोजी दल द्वारा 2 से 3 किमी. की दूरी से ही पहचानलिया जाता है | इसके एक और मजेदार बात यह है कि यह 14000 फीट गहरे समुद्री पानी के अन्दर से भी संकेतक भेजता रहता है |
हालांकि ब्लैक बॉक्स किसी भी विमान दुर्घटना की बिलकुल साफ-साफ तस्वीर नही दिखाता है; कई मामलों में तो यह मिलता भी नही है | लेकिन इतना तो तय है कि किसी विमान की दुर्घटना के कारणों को जानने में इसकी एक अहम् भूमिका होती है |
Black Box की विशेषता-
1. Black box की battery करीब 30 (तीस) दिन तक चलती है।
2. दुर्घटना विस्तार पर किसी सलामत black box को 18 से 20 हज़ार फीट की दूरी से पता लगाया जा सकता है।
3. normally एक black box जहाज़ के पिछले हिस्से में लगाया जाता है ताकि उसके सलामत रहने की संभावना अधिक रहे।
4. एक black box 1100 डिग्री की आग में और 260 डिग्री की तपन (Heat) में दस घंटे तक सलामत रह सकता है।
5. black box ठंडे वातावरण में माइनस 55 से 70 डिग्री तक सलामत रह कर काम देता है।
6. Australia विश्व का पहला ऐसा देश था जिसने black box का प्रयोग करना शुरू किया था।
7. वर्ष 1960 में Australia की इस अहेम पहेल के बाद विश्व भर के airlines और अन्य हवाई equipment के लिए Black box लगाना अनिवार्य हो गया है।
8. black box का universal कलर Orange (नारंगी) होता है। यह चमकीला कलर इस लिए रखा जाता है ताकि उसे आसानी से ढूंढा जा सके।
Black box के जनक कौन हैं?
ब्लैक- बॉक्स FDR / CVR (Flight Data Recorder / Cockpit Voice Recorder) का आविष्कार करने का श्रेय Australia के David Ronald De Mey Warren AO को जाता है।
‘ब्लैक बॉक्स’ का इतिहास:
वर्ष 1953-54 में हवाई हादसों की बढती हुई संख्या को देखते हुए विमान में एक ऐसे उपकरण को लगाने की बात की जाने लगी जो कि विमान हादसे के कारणों की ठीक से जानकारी दे सके ताकि भविष्य में होने वाले हादसों से बचा जा सके | इसके उपाय के रूप में ब्लैक बॉक्स का अविष्कार किया गया | शुरुआत में इसके लाल रंग के कारण ‘रेड एग’ के नाम से पुकारा जाताथा| शुरूआती दिनों में बॉक्स की भीतरी दीवार को काला रखा जाता था, शायद इसी कारण इसका नाम ब्लैक बॉक्स पड़ा |