‘‘राज्य
स्तरीय नवाचारी विज्ञान शिक्षक पुरस्कार‘‘ 2017-18
के लिए शाजापुर
जिले के शिक्षक ओम प्रकाश पाटीदार का चयन
मध्यप्रदेश
की शालाओं में अध्यापनरत विज्ञान शिक्षकों को विज्ञान के लोकव्यापीकरण के लिये
अभिप्रेरित करने के लिए, शिक्षकों द्वारा नवाचारित
क्रिया-कलापों, विद्यार्थियों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण,
वैज्ञानिक
अभिरूचि एवं जनमानस में वैज्ञानिक मानसिकता जागृत करनें कर नवीनतम शोध कार्यो एवं
प्रयोगों को के माध्यम के शैक्षिणिक प्रतिमान स्थापित करने वाले षिक्षकों के
अध्ययन-अध्यापन काल की प्रमुख उपलब्धियों तथा सृजनात्मक गतिविधियों के मूल्याकंन
करने हेतु मध्यप्रदेष विज्ञान एवं प्रौधोगिकी परिषद् भोपाल तथा राज्य विज्ञान शिक्षा
संस्थान जबलपुर द्वारा संयुक्त रूप से ‘‘राज्य स्तरीय नवाचारी विज्ञान शिक्षक
पुरस्कार‘‘ सन् 1988 से प्रदान किया
जाता है।
Naiduniya sunday 11/03/2018
मध्यप्रदेश
शासन द्वारा राज्य स्तरीय नवाचारी विज्ञान शिक्षक पुरस्कार 2017-18 के
लिए शा.उ.मा.वि.बेरछा में वरिष्ठ अध्यापक जीव विज्ञान के पद पर कार्यरत शाजापुर
जिले के शिक्षक ओम प्रकाश पाटीदार का चयन किया गया है। यह पुरस्कार मध्यप्रदेश
शासन द्वारा षिक्षक के क्रियाकलापों के आकलन के आधार पर प्राथमिक स्तर पर चयनित
किये गये षिक्षकों के द्वारा नवाचारी शिक्षण विधियों के आधार पर अध्यापन प्रर्दशन,
व्यक्तिगत
साक्षातकार एवं अध्यापन के दौरान उपस्थित छात्र-छात्राओं के फीड़बेक के आधार पर
प्रदान किया गया है।
Dainik Bhaskar Sunday 11/03/2018
नवाचार
जिनके आधार पर राज्य स्तरीय सम्मान के किये चयनित किया गया-
1. सोशल मिड़िया का शैक्षणिक कार्यो में
उपयोग- शिक्षक द्वारा 350 से अधिक वैज्ञानिक विषयों को सरल सहज
भाषा में ब्लाग पर प्रकाशित कर 30000 से अधिक विद्यार्थियों एवं पाठकों को
उपलब्ध करवाया जा रहा है। शिक्षक द्वारा गुगल प्लस, ब्लागर, फेसबुक,
यू-ट्यूब
तथा व्हाटसअप का उपयोग शिक्षण हेतु किया जा रहा है।
2. विज्ञान अवधारणा विकास कार्यक्रम-
विद्यालय में संचालित विपनेट विज्ञान क्लब के माध्यम से माध्यमिक स्तर पर सरल
प्रयोगों द्वारा बच्चों को विज्ञान की अवधारणाए समझाने के लिए जागरूकता कार्यक्रम
चलाया जा रहा है।
3. विज्ञान लेखन एवं पत्रकारिता तकनिकी
प्रशिक्षण- शाजापुर में भारत सरकार के विज्ञान एवं
प्रोद्योगिकी संचार परिषद् के सहयोग से गैर विद्यालयीन बच्चों एव आमजन के लिए
विज्ञान विषय में सृजनात्मक लेखन एव विज्ञान पत्रकारिता प्रशिक्षण प्रदान किया
गया।
4. राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन-
विज्ञान षिक्षकों के लिए शिक्षक द्वारा लगातार तीन वर्षो तक राष्ट्रीय विज्ञान शिक्षक
कांग्रेस एवं सहायक शिक्षण सामग्री प्रर्दशन शोघपत्र वाचन एवं उत्कृष्ट प्रर्दशन
किया एवं शिक्षक के मार्गदर्शन में शाजापुर जिले के विद्यार्थियों द्वारा सन् 2011 से
लगातार सात सालों तक राष्ट्रीय स्तर पर सहभागिता की जा रही है।
5. बोद्धिक संपदा अधिकार जागरूकता-शाजापुर
जिले के दो विद्यालयों में म.प्र. विज्ञान एवं प्रौधोगिकी परिषद् भोपाल के सहयोग
से बच्चों के उनके बोद्धिक अधिकारों की जागरूकता हेतु कार्यषाला का आयोजन कर 500 से
अधिक बच्चों को प्रषिक्षण प्रदान किया गया।
6. किशोरी बालिका स्वास्थ्य एवं पोषण जागरूकता
कार्यक्रम- शाजापुर जिले के छः विद्यालयों में अध्ययनरत 850 से
अधिक किशोरी बालिकाओं को स्वास्थ्य एवं पोषण जागरूकता हेतु तकनिकी प्रषिक्षण एवं
जागरूकता कार्यक्रम का सफल संचालन किया गया।
7. रा.बा.वि.का.जिला समन्वयक-
विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी संचार परिषद् भारत सरकार के जिला समन्वयक के रूप में 2008 से
जिला समन्वयक के रूप में रा.बा.वि.का. के रूप में बच्चों में वैज्ञानिक अभिरूचि का
विकास कर शोघ पत्र प्रस्तुतीकरण हेतु राष्ट्रीय स्तर का मंच प्रदान करना।
8. श्रेष्ठ परीक्षा परिणाम-
शिक्षक द्वारा वर्ष 2017 में अध्यापन की गयी बोर्ड परीक्षा का परीक्षा
परिणाम 100 प्रतिशत रहने के साथ-साथ 59 प्रतिशत छात्र-छात्राओं को जीव
विज्ञान विषय में विशेष योग्यता (डिस्टिक्षन) प्राप्त हुई।
9. एन.सी.ई.आर.टी स्त्रोत विद्वान-
उज्जैन संभाग के शिक्षकों को एन.सी.ई.आर.टी. द्वारा आयोजित प्रशिक्षण में स्त्रोत विद्वान
के रूप में प्रषिक्षण प्रदान किया।
10. ‘ई-शिक्षा‘
में समन्वयन - शाजापुर के तात्कालिन कलेक्टर राजीव
शर्मा द्वारा शाजापुर जिले के चयनित विद्यालयों में प्रारम्भ की गयी ‘ई-शिक्षा‘
में
विज्ञानं विषय के समन्वयक का कार्य किया।