कुत्ते गाड़ियों के पीछे क्यों भागते है? क्या इसका भी कोई वैज्ञानिक कारण है?
कभी आपके साथ ऐसा हुआ कि आप बाइक से जा रहे है, और किसी कुत्ते ने आपका पीछा किया हो। मेरे साथ तो ऐसा कई बार हुआ है, ऐसे समय मे तो अपनी बाइक या तो रोक देता हूं या बहुत धीमी कर लेता हूं, ऐसा करते ही वो कुत्ता भाग जाता है।
आपकी गाड़ी के पीछे भी कभी ना कभी कुत्ते जरुर दौड़े होंगे. हालाँकि कुत्तों की आपसे कोई दुश्मनी नहीं होती और ना ही आपकी गाड़ी से कोई नफरत होती है लेकिन फिर भी वे ऐसा करते है शायद उनकी फितरत ही ऐसी होती है?
लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि कुत्ते गाड़ियों के पीछे क्यों भागते है?
चलिए आज हम आपको कुत्ते गाड़ियों के पीछे क्यों दौड़ते है उसके वैज्ञानिक कारण पर चर्चा करते है.
दरअसल इसके पीछे कुत्तों की एक ख़ास आदत होती है वे अक्सर अपने इलाके तय कर लेते है. और अपनी चीजों पर अपनी पहचान बनाने के लिए उस पर टॉयलेट कर देते है ताकि उसे गंध से पहचान सके. हम जानते ही है कि कुत्तों के सूंघने की शक्ति बहुत तेज होती है इसलिए वे काफी दूर से भी चीजों को सूंघकर पहचान लेते है.
जैसा कि मैने आपको अपने पिछले ब्लॉग में बताया था कि कुत्ते गाड़ियों के टायर पर पेशाब (Urine) क्यो करते है?
क्या अपने ये ब्लॉग पड़ा था नही पड़ा हो तो पहले इस लिंक पर क्लिक कर पड़ो, बाकी चर्चा बाद में करते है।http://myscience-mysociety.blogspot.in/2018/02/blog-post_22.html
चलिए अब अपनी मूल चर्चा पर आते है, जब कोई गाड़ी उस कुत्ते के इलाके में दाखिल होती है तो कुत्ते उस गाड़ी पर की हुई टॉयलेट की गंध सूंघ लेते है.
जब वो किसी और कुत्ते की पहचान निकलती है तो उस कुत्ते को ये बर्दाश्त नहीं होता है कि उसके इलाके में कोई और कुत्ता आये. इसलिए कुत्ते भोंकने लगते है और गाड़ी के पीछे दौड़ने लगते है. ताकि वे उस कुत्ते को पहले ही चेतावनी दे देते है कि ये हमारा इलाका है और यहाँ पर आना मतलब हमसे सीधे लड़ना है. इसलिए कुत्ते जब भी किसी नई गाड़ी को अपने इलाके में देखते है तो उसके टायर पर टॉयलेट करके उसे अपनी संपत्ति घोषित कर देते है. ताकि जब भी ये गाड़ी आये तो उसे समझ आ जाये कि ये तो उसी के इलाके की गाड़ी है.
कुत्ते गाड़ियों के पीछे क्यों दौड़ते है उसका सीधा सा मतलब यही निकलता है कि वे कोई दूसरा कुत्ता और उस कुत्ते की पहचान वाली चीजें उनके इलाके में नहीं देखना चाहते है. अब जब भी आप किसी कुत्ते को अपनी गाड़ी के पीछे दौड़ते हुए देखे तो समझ जाए की ये उसका इलाका है।
लेकिन कभी-कभी कुछ कुत्तो की ये आदत भी हो जाती है और वो आदतन किसी गाड़ी का पीछा करने से बाज नही आते है।
संकलन
ओम प्रकाश पाटीदार
वरिष्ठ अध्यापक(जीव विज्ञान)
शा उ मा वि बेरछा, जिला शाजापुर(म.प्र.)