किसी वस्तु को छूने की वजह से हमे बिजली के झटके क्यों लगते है ?
Om Prakash Patidar
1090 में सुपर हिट अमीर खान की फ़िल्म 'दिल' का गाना जिसे उदित नारायण ने गया था, आपने जरूर गुनगुनाया होगा-
क्या वाकई कोई लड़की 440 वोल्ट का करात मार सकती है?
अरे भाई ये तो बॉलीवुड है यह कुछ भी हो सकता है।
लेकिन कई बार आपको भी अचानक किसी व्यक्ति या वस्तु को छूने पर बिजली का झटका सा लगता है। ये काफी हल्का झटका होता है पर आपने महसूस जरूर किया होगा और शायद सोचा भी होगा की ऐसा क्यों होता है तो आज हम आपको बताते है इस बिजली के झटके का वैज्ञानिक कारण।
कभी बचपन ने आपने भी प्लास्टिक की कुर्सी पर बैठ कर अपने मित्र से बोला होगा कि मुझे टॉवल से हल्के से मारो, फिर उसने आपको हाथ लगया तो उसको हल्का सा करंट लगा होगा। यदि हम अंधेरे में ऐसा करे तो विधुत स्पार्क भी निकलता है अब ये जानना जरूरी है की ये स्पार्क क्यों पैदा होते है।
खंबे जैसी खडी है, लड़की है या छड़ी है
शोला है फुलझड़ी है, पट्टाखे की लड़ी है
आँखों में गुस्सा है, लबों पे गाली है
देखो ज़रा देखो यारों, खुद को समझती है क्या
गोरा गोरा ये बदन, बिजली से बना
440 वोल्ट है, छूना है मना
इससे तुम टकराओ ना, जान के जान गंवाओं ना
नो नो नो नो नो नो नो
खंबे जैसी खड़ी है...
इस गाने में आपने सुना होगा '440 वाल्ट !क्या वाकई कोई लड़की 440 वोल्ट का करात मार सकती है?
अरे भाई ये तो बॉलीवुड है यह कुछ भी हो सकता है।
लेकिन कई बार आपको भी अचानक किसी व्यक्ति या वस्तु को छूने पर बिजली का झटका सा लगता है। ये काफी हल्का झटका होता है पर आपने महसूस जरूर किया होगा और शायद सोचा भी होगा की ऐसा क्यों होता है तो आज हम आपको बताते है इस बिजली के झटके का वैज्ञानिक कारण।
कभी बचपन ने आपने भी प्लास्टिक की कुर्सी पर बैठ कर अपने मित्र से बोला होगा कि मुझे टॉवल से हल्के से मारो, फिर उसने आपको हाथ लगया तो उसको हल्का सा करंट लगा होगा। यदि हम अंधेरे में ऐसा करे तो विधुत स्पार्क भी निकलता है अब ये जानना जरूरी है की ये स्पार्क क्यों पैदा होते है।
इस ब्रह्मांड में मौजूद सभी वस्तुएं एटम्स से बनी हुई है। इस एटम में भी निगेटिवली चार्ज्ड इलेक्ट्रॉन्स, पॉजिटिवली चार्ज्ड प्रोटॉन्स और न्यूट्रल न्यूट्रॉन्स होते हैं। हमारे शरीर में इलेक्ट्रॉन्स और प्रोटोन्स हमेशा एक ही संख्या में होते हैं।
इलेक्ट्रान एवं प्रोटोन के संतुलन से एटम स्टेबल रहता है। लेकिन जब इनकी संख्या समान नहीं होती तो इलेक्ट्रॉन्स काफी हलचल पैदा करते है। जब हम किसी दो वस्तुओ को आपस मे रगड़ते है तब एक मे ऋणात्मक (-) तथा दूसरी में धनात्मक (+) चार्ज उत्पन्न हो जाते है। जब इन दोनो मेसे किसी भी चार्ज वाली वस्तु पृथ्वी (Earth) के संपर्क में आती है तो धनात्मक चार्ज वाली वस्तु में पृथ्वी से इलेक्ट्रान आकर इसे nuetral कर देते है , जबकि ऋणात्मक वस्तु पृथ्वी के संपर्क में आती है तो इसके इलेक्ट्रान पृथ्वी में चले जाते है।
ऐसे में अगर हम किसी व्यक्ति या चीज़ को छुए जिसमे पॉजिटिव चार्ज है तो इलेक्ट्रॉन्स हमारे शरीर से निकल कर उस वस्तु में चले जाते है। जिस वजह से हमे बिजली का झटका लगता है।
कई बार ये गतिविधि ज्यादा तेज़ हो तो पॉजिटिवली चार्ज्ड ऑब्जेक्ट से कुछ इंच की दूरी से बिना छुए भी आपको बिजली का ये झटका लग सकता है। लेकिन डरने की कोई बात नही ये न तो 440 वोल्ट का खतरा है और न ही जान लेवा है।
Kya koi bhi do neutral objects aapas me sampark me rah sakti hai
जवाब देंहटाएंPlz explain how