गर्मी में घमौरियों की समस्या क्यों उत्पन्न होती है?
Om Prakash Patidar
गर्मी का मौसम आते ही एक-एक कर के समस्याएं सामने आने लगती हैं। खासकर गर्मी के दिनों में जो सबसे आम समस्या है वह है घमौरियों की। गर्मियों में घमोरियां होना एक आम बात है एक तो भयंकर गर्मी और उस पर बहते पसीने में ये घमोरियां, पुरे तन बदन में आग लगा देती हैं। घमोरियां ज़्यादातर गले पेट और पीठ पर अधिक प्रकोप दिखाती हैं।
घमोरी या अलाईयां – गर्मी या उमस भरे बारिश के मौसम में होती है। इस मौसम में छोटी-छोटी ढ़ेर सारी लाल फुंसियां चेहरे, गर्दन ,कंधे , छाती या पीठ पर हो जाती है इन्हें घमोरियां कहते है।
गर्मी में घमौरियों की समस्या क्यों उत्पन्न होती है ?
यह बिल्कुल सच है कि इस मौसम में सबसे अधिक संक्रमण होने का खतरा रहता है। इन दिनों न केवल घमौरी की समस्या होती है बल्कि, इन दिनों में मुंहासे, सनबर्न, टैनिंग, चेहरे का झुलसना, पिगमेंटेशन आदि की समस्या इसी मौसम में सबसे अधिक होती है। ऐसे में जरा सी लापरवाही त्वचा के लिए घातक हो सकती है।
हालाँकि, यह समस्या गर्म और नम मौसम के कारण उत्पन्न होती है, जिसके कारण कंधों, जांघों और शरीर के अन्य हिस्सों में लाल दाने निकल आते हैं। जिससे कि शरीर में काफी जलन और खुजली होती है।
घमोरियों में सुई चुभने जैसा अहसास होता है और खुजली भी चलती है। इन्हे Heat Rash या स्वेट रेश भी कहते हैं। बच्चों को घमोरियां अधिक होती हैं क्योंकि उनकी पसीने की ग्रंथिया विकसित हो रही होती हैं।
घमोरी होने के कारण – घमोरियां क्यो होती है?
गर्मी और नमी वाला मौसम अलाइयों का मुख्य कारण होता है। त्वचा को ठंडा करने शरीर पर पसीना आता है। ज्यादा गर्मी में सामान्य से अधिक पसीना आता है और पसीने की गंथियों पर दबाव पड़ता है। पसीना ग्रंथि के छेद बंद हो जाते है और पसीना बाहर नहीं निकल पाता और उसमे संक्रमण हो जाता है। घमोरियॉ होने के प्रमुख कारण है-
1. त्वचा पर पसीना जमा रहना
2.पॉलीस्टर और नायलॉन के कपड़े पहनना
3.कसे हुए टाइट कपड़े पहनना
4.शरीर में पानी की कमी
5.तेज गर्मी में घर से खाली पेट बिना पानी के निकलना
6.धुप से आकर सीधे AC कूलर में बैठना
7.तले-भूने आहार का सेवन
शरीर की साफ सफाई उचित तरीके से नहीं होने के कारण इन्फेक्शन की वजह से भी अलाइयाँ हो जाती है। टाइट कपड़े पहनने के कारण भी स्किन का पसीना अंदर दब जाता है और सूख भी नहीं पाता इससे अलाइयाँ हो सकती हैं।