छिपकलियां दीवारों से गिरती क्‍यों नहीं हैं ?

Why lizards Do not Fall From the Walls?
Om Prakash Patidar
Shajapur (MP)
आप सब ने अपने आस-पास दीवालों पर छिपकली को चिपके और चलते हुए देखा होगा। पर क्या आपको पता है की आखिर ये कैसे संभव होता है ? की छिपकली बिना किसी समस्या के कितनी भी चिकनी सतह पर आसानी से चलती रहती है । आपको शायद मिस्टर इंडिया और बादशाह फ़िल्म का सीन भी याद होगा जिसमें हीरो के पास ऐसे चिपकने वाले जूते होते है जिसको पहनकर वो दीवार और छत पर भी चल लेता है। क्या छिपकली के पास भी ऐसा ही कुछ है। जिसके कारण यह बिना गिरे दीवार पर चढ़ जाती है। आये जानने का प्रयास करते है कि-
आखिरकार कैसे छिपकली दीवार पर दौड़ लगाती है?
शुरुआत में लोगों का मानना था की छिपकली के पंजो में एक अजीब लिसलिसा पदार्थ पाया जाता है जिससे यह आसानी से चिकनी सतह और दीवाल पर चल पाती है, पर समय के साथ यह तथ्य झूठ साबित हुआ।
कुछ समय पश्चात एक नई अवधारणा आयी, वह थी – की छिपकली के पंजो एवं दीवाल के मध्य निर्वात जैसा माध्यम बन जाता है जो इनको चिपके रहने और आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान तक चलने में मदद करता है पर यह अवधारणा भी गलत प्रमाणित हुई ।उसके बाद जंतु वैज्ञानिकों द्वारा कई शोध किये गए, जिनमे उन्हें कई ऐसी भी जातियां मिली जिनमे पंजों के मध्य कोई निर्वात नहीं बन रहा था मगर वह आसानी से चिकनी सतहों पर चल पा रही थी । तो जंतु वैज्ञानिकों ने पुनः शोध करना शुरू कर दिया, दुनिया में छिपकली की लगभग छह हजार प्रजितयां पायी जातीं है,जिनमे अधिकतम में शोध करने के उपरांत जो निष्कर्ष निकला वह बेहद ही चौंकाने वाला था।शोधकर्ताओं के अनुसार छिपकली के पंजों में बाल के जैसे एक से दो लाख से अधिक अति छोटे सेल्फ जैसी रचनाएँ पायी जाती है,  जो महीन संरचनाओ के रूप में होती है वह स्वयं 2000 से अधिक भागों में विभक्त होतीं है| क्यूंकि यह अत्यंत महीन होती है। पैरों की प्रत्येक उंगली पर कई हजारों छोटे स्पैचुला जैसे सिरों वाले रोम और सतह के बीच की परस्पर क्रिया की वजह से ही छिपकली सतह पर चिपक कर चल पाती है । सतह और रोम के बीच लगने वाले वांडरवाल बल से ही छिपकली दीवार पर चल पाती है। इसलिए छिपकली कितनी भी चिकनी सतह हो उस पर बिना गिरे आसानी से चल पाती है ।अगर छिपकली के पैरों के बालों की हजामत बना दी जाए तो वह दीवार और छत पर नहीं चढ़ पाएगी।

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