नेवले और सांप की लड़ाई में सांप के जहर से नेवला क्यो नही मरता है?

Why doesn't a mongoose die from snake venom in a battle of mongoose and snakes?
Om Prakash Patidar

अपने सांप और नेवले की लड़ाई के बारे में अवश्य सुना होगा, हो सकता है सांप और नेवले की लड़ाई भी देखी होगी।
इस लड़ाई में कभी सांप का पलड़ा भारी होता है कभी नेवले का, इस दौरान दोनों ही लहू लुहान हो जाते है। ज्यादातर मामलों में नेवला सांप को मार देता है। और जीत अधिकतर नेवले की ही होती हैं।
सांप और नेवला एक दूसरे के जानी दुश्मन होते हैं और जब भी ये एक दूसरे के सामने होते हैं तो दोनों एक दूसरे के खून के प्यासे हो जाते हैं। इस खूनी खेल में कभी नेवला जीत जाता है तो कभी सांप। लेकिन लड़ाई में नेवले के जीतने की संभावनाएं ज्यादा होती हैं। नेवला जब भी सांप पर हमला करता है तो वह सीधे उसके फन को निशाना बनाता है ताकि सांप उस पर अपना जहर ना उगल सके और वह अपने मुंह से सांप को जमींदोज कर देता है।
साथ ही भारत में पाया जाने वाले भूरे नेवले पर सांप के जहर का असर भी कम होता है। लेकिन यह भी माना जाता है कि कि इस खूनी लड़ाई के बाद ज्यादातर नेवले खुद ही मर जाते हैं क्योंकि सांप के जहर का असर उनपर कुछ समय के बाद होता है। लेकिन ये हर मामले में नहीं होता क्योंकि नेवला सांप को बड़ी सावधानी से पकड़ता है। 
लेकिन क्या अपने विचार किया है कि सांप को नेवला तो मार देता है, लेकिन इस युद्ध मे सांप भी तो नेवले को डस लेता होगा तो फिर सामान्यतः नेवला क्यो नही मरता हैं?
सांप वेसे फुर्तीला होता है, लेकिन नेवला बहुत अधिक चपलता और फुर्ती से सांप के साथ लड़ता है और पूरा प्रयास करता है कि सांप उसे डस नही पाए, उसका यही फुर्तीला पन उसे सांप के जहर से बचाता है।
अब मानलो की इस युद्ध मे सांप ने नेवले को डस भी लिया तो भी नेवले पर उसका असर नही होता है क्योंकि नेवले के पास 
विशेष एसिट्लोक्लिन रिफ्लेक्स होते हैं जो सांप के जहर, जिसमें न्यूरोटाक्सिन होता है, जो सांप के जहर के लिए प्रतिरक्षित होते है। यह रिसेप्टर की ढाल इसके उत्परिवर्तित डीएनए है, के कारण बन जाती है।
नेवले का DNA  अल्फा और बीटा ब्लॉकर्स प्रस्तुत करता है और जो जहर के रेसेप्टर्स के साथ बधंने में अप्रभावी होता है। इस वजह से नेवले की जान अधिकांशतः बची रहती हैं।
असल में नेवले के डीएनए में समय के साथ कुछ उपयोगी उत्पन्परिवर्तन (Mutation) जो नेवले को सांप के जहर से बचाये रखने में मददगार होते है।
सामान्यत जहर जाकर हमारे टीस्यूज़ पर जाकर जुड़ते है..
ऐसा वे इसलिये कर पाते हैं अन्य जीवों के शरीर मे क्योकि हमारे टीस्यू पर एसीटाईलकोलाईन नामक रिसेप्टर होता है.. यह रिसेप्टर जहर से मिलकर एक प्रोटीनियश काम्प्लेक्स बनाते है जिससे उस प्राणी की मृत्यु हो जाती है किंतु नेवले के इस रिसेप्टर के डीएनए में जैव विकास की क्रिया में उत्परिवर्तन आ गया.. परिणामस्वरूप नेवले का ये रिसेप्टर अब हमारे सामान्य रिसेप्टर की तरह कार्य नही करता है.
अतः जहर जाकर नेवले के ऊतकों पर जुड नही पाता है और इसका असर नही होता है..

नेवले के अंदर जो एसिट्लोक्लिन रिसेप्टर्स होते हैं, उन्हें सिर्फ न्यूरोटॉक्सिक विष वाले सांपो से ही बचा पाते हैं. इन सांपो में नाग,करैत, किंग कोबरा आदि प्रमुख हैं. मगर हेमोटोक्सिक विष वाले साँप जैसे कि रसेल वाईपर या पिट्स वाईपर के सम्मुख नेवला अक्षम है,यानी अगर ऐसे सांप नेवले को डस लें तो नेवले पर वैसा अन्य जीवों पर होता है, अर्थात हेमोटोक्सिक जहर वाले साँप के डसने के बाद कुछ समय बाद नेवले की भी मृत्यु हो जाती है।



नेवला के बारे में कुछ रोचक तथ्य -
(साभार नॉलेज डब्बा)

1. नेवला Mongoose की 33 प्रजाति पूरे विश्व मे पायी जाती है। यह एशिया, अफ्रीका, यूरोप जैसे महाद्वीपो पर मिलती है। 
2. नेवला पहाड़ी इलाको में ज्यादातर पाये जाते है लेकिन यह जंगलों और मैदानो में भी अक्सर मिल जाते है।
3. नेवला बिल में निवास करते है। ये बिल किसी अन्य जानवर के होते है। नेवला कभी कभार ही बिल बनाता है।
4. कुछ नेवले अकेले भी रहते है और कुछ झुंड में भी पाये जाते है। इनके झुंड को पैक्स कहते है। एक झुंड में 50 सदस्य के आसपास होते है।
5. नेवला Mongoose आकार में छोटा होता है। सबसे छोटा नेवला 10 इंच लम्बा होता है जिसे बोना नेवला भी कहते है। इसका वजन 300 ग्राम तक होता है।
6. सबसे बड़ा नेवला 30 इंच के आसपास होता है जिसे सफेद पूँछ वाला नेवला भी कहते है। इस नेवले का वजन 5 किलो तक होता है।
7. नेवला 32 किलोमीटर प्रति घण्टे की रफ्तार से दौड़ सकता है।
8. नेवला Mongoose के एक लम्बी पूँछ होती है। इसका शरीर लम्बा होता है। इसके चार पैर होते है जो छोटे होते है। इनका रंग अलग अलग होता है। नेवला के शरीर पर भूरे रंग की फर होती है।
9. नेवला मांस खाने वाला प्राणी है। इनका प्रिय भोजन पक्षी, चूहा, मेंढक, अंडे होते है। सांप का भी यह शिकार करता है। यह उसको मारकर खा जाता है।
10. नेवला अंडों को पत्थर पर मारकर तोड़ता है। बिल्कुल एक मनुष्य की तरह नेवला अंडों को तोड़कर खाता है।
11. नेवला बेहद फुर्तीला और तेज शिकारी जीव है। यह अपनी फुर्ती से सांप को भी मात दे सकता है। सांप का जहर इस पर असर नही करता है लेकिन अगर सांप नेवले को कई बार bite करता है तब नेवले की मौत हो जाती है।
12. नेवले अपने तेज पंजो से अपने बच्चो की रक्षा करते है। इनके पँजे बहुत तेज होते है। नेवला अपने पंजे को छिपा नही सकते है।
13. नेवला Mongoose गिगलिंग ध्वनि उत्पन्न करता है जिसका अर्थ होता है कि वो सहवास के लिए तैयार है।
14. मादा नेवला एक बार मे 4 बच्चो को जन्म देती है। बच्चे जन्म के समय अंधे होते है।
15. नेवला का औसत जीवनकाल 4 साल होता है। अगर इन्हें संरक्षित रखा जाए तो ये 20 साल से ज्यादा जी पाते है।

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