What is Tingling in our body?
Om Prakash Patidar
कभी कभी जब हम किसी स्थिति में देर तक बैठे होते है तब हमारे शरीर मे झुनझुनी सी होने लगती है। इसे हम ‘पैर सो जाना’ या ‘झुनझुनी चढ़ना’ कहा कहते है। यह झुनझुनाहट कुर्सी या कमोड पर बैठने के दौरान भी हो सकती है। चिकित्सा की भाषा में इसे पैरेस्थेसिया कहा जाता है।
जब हम एक ही स्थिति में बहुत देर तक रहने हैकुछ नसें दब जाती हैं जिनके कारण हाथ या पैरों को सही मात्रा में ऑक्सीज़न नहीं पहुच पाती है, इस कारण से भी झुनझुनी आ सकती है। झुनझुनी आने के प्रमुख कारण निम्नलिखित हो सकते है-
1.कार्पल टनल सिंड्रोम (Carpal tunnel syndrome)-
अगर आप दिन भर अपने कंप्यूटर स्क्रीन के आगे बैठकर टाइपिंग करते रहते हैं, तो हो सकता है अंगुलियों के रिपीट मोशन से उनकी नसें दब जाएं. जिसकी वजह से हाथ में झनझनाहट होने लगती है।
2.सर्विकल या स्पाइनल स्टेनोसिस (Cervical or spinal stenosis)-
रीढ़ की हड्डी में दिक्कत आने से झनझनाहट महसूस होने लगती है. इसका MRI या CT scan से पता चल सकता है. इलाज ये देखकर किया जाता है कि दिक्कत कितनी बढ़ी हुई है. इसका इलाज फिजियोथेरेपी द्वारा किया जाता है।
3.मधुमेह (Diabetes) के कारण-
मधुमेह के रोगियों को हाथ और पैरों में झनझनाहट महसूस हो सकती है।
4.हाइपोथाइरोइडिज़म (Hypothyroidism) के कारण-
थाइरोइड से भी झनझनाहट का अहसास हो सकता है।
5. गले या पीठ की कोई नस दबी होना-
गले से लेकर हाथ या पीठ से लेकर पैर के तलवे तक झनझनाहट महसूस हो, तो हो सकता है किसी चोट या गलत तरह से बैठने या गठिया जैसी बिमारी के कारण नस दब गई हो सकती है।
6. विटामिन B की कमी के कारण-
अगर आपके सिर्फ एक नहीं दोनों हाथों में झनझनाहट होती है तो इसके लिए विटामिन B12 की कमी ज़िम्मेदार हो सकता है। इसके साथ ही विटामिन B6 की कमी से भी यह समस्या हो सकती है।
Right explanation
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत धन्यवाद, आपकी पोस्ट से बहुत जानकारियां प्राप्त होती है |
जवाब देंहटाएंधन्यवाद।
हटाएंआप नए विषय बताइए उस पर भी चर्चा करेंगे
बहुत बहुत धन्यवाद सर बहुत ही रोचक जानकारी आपके पोस्ट से प्राप्त होती है
जवाब देंहटाएंThank you for your useful information
जवाब देंहटाएंBahut
जवाब देंहटाएंBahut badhiya