बाघ:हमारा राष्ट्रीय पशु-हमारा गौरव

Tiger: Our National Animal-Our Pride
Om Prakash Patidar
बाघ (Tiger) जिसे जंगल का राजा कहा जाता है। यह हमारे देश का राष्ट्रीय पशु है। यह एक मांसाहारी प्राणी है। स्तनपायी पशु है। बाघ 13 फीट लम्बा और 300 किलो वजनी हो सकता है। बाघ का वैज्ञानिक नाम Panthers tigris  है।
बाघ अच्छे तैराक होते हैं और 6 किलोमीटर तक तैर कर जा सकते हैं। इंसान की तुलना में बाघों को रात के अंधेरे में 6 गुना ज्यादा देखने की शक्ति होती है जिसकी मदद से वे रात को शिकार करते हैं।

विश्व बाघ दिवस मनाने की शुरुआत कब हुई-
बाघ संरक्षण के काम को प्रोत्साहित करने, उनकी घटती संख्या के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए 2010 में रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में आयोजित एक शिखर सम्मेलन में अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस मनाने की घोषणा हुई थी। इस सम्मेलन में मौजूद कई देशों की सरकारों ने 2022 तक बाघों की आबादी को दोगुना करने का लक्ष्य तय किया था।

बाघ की वैश्विक आबादी-
वर्ल्ड वाइल्ड लाइफ फंड (WWF) के अनुसार दुनिया में लगभग 3,900 बाघ ही बचे हैं। उनमें से लगभग 2967 भारत में पाए जाते हैं। वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फंड ऐंड ग्लोबल टाइगर फॉर्म के आंकड़ों के मुताबिक, दुनिया के 70 फीसदी बाघ भारत में रहते हैं। देश में अभी सबसे ज्यादा 526 बाघ मध्यप्रदेश में हैं. इसके बाद 524 बाघों के साथ कर्नाटक दूसरे, 442 बाघों के साथ उत्तराखंड तीसरा, 312 बाघों के साथ महाराष्ट्र चौथा और 264 बाघों के साथ तमिलनाडु पांचवां राज्य है। शेष बाघो की संख्या अन्य राज्यो में है।
2006 में बाघों की संख्या भारत में 1,411 थी, जो 2010 में 1,706, 2014 में 2,226 और 2018 में 2,967 हो गई है।

बाघ की संख्या इतनी कम क्यो रह गयी-
घटती आबादी की वजह: इसके कई कारण हैं।  बाघ की लगातार घट रही संख्या के पीछे प्रमुख कारण तेजी घट रहा वन क्षेत्र है। साथ ही बाघ के चमड़े, हड्डियों एवं शरीर के अन्य भागों के लिए अवैध शिकार, जलवायु परिवर्तन जैसी भी चुनौतियां शामिल हैं।

प्रोजेक्ट टाइगर क्या है?
देश में बाघों को विलुप्त होने से बचाने के लिए भारत सरकार ने 1973 में प्रॉजेक्ट टाइगर शुरू किया। इस प्रयास के तहत टाइगर रिजर्व्स बनाए गए। 1973-74 में जहां नौ टाइगर रिजर्व्स थे अब इसकी संख्या बढ़कर 50 हो गई है। पर्यवारण मंत्रालय ने 2005 में नैशनल टाइगर कन्जर्वेशन अथॉरिटी (NTCA) का गठन किया जिसको प्रॉजेक्ट टाइगर के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी सौंपी गई।

हमारा राष्ट्रीय पशु ​बंगाल टाइगर-
बाघ की जो प्रजाति आमतौर पर सबसे ज्यादा पाई जाती है वह बंगाल टाइगर है। भारत में बाघों की जनसंख्या का 80 फीसदी बंगाल टाइगर है। करीब 2967 बाघ आज के समय में जिंदा हैं जिनमें से 1700 बंगाल टाइगर्स हैं। बंगाल टाइगर्स को रॉयल बंगाल टाइगर्स के नाम से भी जाना जाता है। यह भारत और बांग्लादेश दोनों का राष्ट्रीय पशु है।

बाघ के बारे में  रोचक तथ्य-

1. बाघ, भारत का 'राष्ट्रीय पशु' है।

2. 1972 तक भारत का राष्ट्रीय पशु शेर (Lion) था।

3 भारतीय वन्यजीवन बोर्ड द्वारा 1972 में शेर के स्थान पर बाघ को भारत के राष्ट्रीय पशु के रूप में अपनाया गया।

4. देश के बड़े हिस्सों में इसकी मौजूदगी के कारण ही इसे भारत के राष्ट्रीय पशु के रूप में चुना गया था।

5. बाघ, भारत के वन्यजीवन की समृद्धि एवम शक्ति का प्रतीक है।

6. बाघ का शरीर मजबूत एवं रंग भूरा होता है जिसमें काले रंग की पट्टियां होती हैं।


7. बाघ की एक लंबी पूंछ होती है। उसके गद्देदार पैरों में तेज पंजे होते हैं।

8. बाघ का वजन 300 किलो तक का होता है।

9. बाघ शानदार तैराक होते हैं। बाघ 6 किलोमीटर तक की दूरी आराम से तैर सकते हैं।

10. बाघ, बिल्ली के परिवार के अंतर्गत आता है। यह एक बड़ी बिल्ली की तरह प्रतीत होता है।

11. बाघ रक्त और मांस का शौकीन होता है। यह बहुत क्रूर जंगली जानवर होता है।

12. भारत में बाघों की रक्षा के लिए, 'प्रोजेक्ट टाइगर' (Project Tiger) 1973 में शुरू किया गया था।

13. 'प्रोजेक्ट टाइगर' के शुभारंभ के बाद से, बाघों की आबादी में क्रमिक वृद्धि देखी गई है।

14. बाघों की घटती जनसंख्या और इसके संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रत्येक वर्ष 29 जुलाई को सम्पूर्ण विश्व में 'विश्व बाघ दिवस' मनाया जाता है।

15.अफ्रीका में जंगली बाघ एक भी नहीं है।

16. बाघ का पंजा बहुत भयंकर होता है और गर्दन किसी तने के समान मोटी होती है।

17. बाघ के ज्यादातर बच्चे 2 साल के होने से पहले ही मर जाते है।

18. टाइगर का रंग भूरा होता है और उस पर काले रंग की पटियाँ होती हैं।

19. बाघ बहुत ही शानदार तैराक होते हैं।

20 सफ़ेद बाघ 10 में से 1 ही होता है।

21. बाघ के दिमाग का वज़न सिर्फ 300 ग्राम तक होता है।

22.बाघ की रफ़्तार 65 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है। लेकिन बहुत कम समय के लिए।

23. बाघ ज्यादातर रात में शिकार करते हैं लेकिन शिकार सफलता से होने का मौका सिर्फ 10 प्रतिशत होता है।

24.बाघ की धारियां उसकी खाल पर होने के साथ साथ चमड़ी पर भी होती हैं।

25. बिल्ली को शेर की मौसी कहा जाता है। बिल्ली और बाघ का DNA 95 प्रतिशत तक आपस में मिलता है।

26. tiger शिकार करने के बाद 24 किलो तक माँस खा सकता है।

27. Lion के संग प्रजनन करने वाले Tiger के बच्चों को Liger कहा जाता है।

28. बाघ शिकार करने के बाद उसी स्थान पर वापिस आता है जिस स्थान से वह शिकार करने गया थे।

29. हर बाघ की धारियां इंसानो के उंगलिओं के निशान की तरह अलग अलग होती हैं।

30. बाघ हमेशा अँधेरे में शिकार करते हैं क्योंकि उनकी अँधेरे में देखने की क्षमता इंसानो से 6 गुना ज्यादा होती है।

31. एक tiger की दहाड़ 3 किलोमीटर दूर से सुनी जा सकती है।

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