कोविड-19 संक्रमण रोकने के लिए लॉक डाउन क्यो?

Why 21 day lock down to prevent Covid-19 infection?
Om Prakash Patidar
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने  22 मार्च के लिए सुबह 8 से रात 9 बजे तक का जनता कर्फ्यू का आह्वान किया था इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में जनता से कुछ सप्ताह का सहयोग मांगा था। बाद में 24 मार्च को रात 8 बजे उन्होंने  सेेमपूर्ण  लॉक डाउन करने की घोषणा कर दी।
आप लोगों के मन में एक सवाल ज़रूर आया होगा 21 दिन के लम्बे समय के लियें सम्पूर्ण भारत मे लॉक डाउन (बंद)क्कि क्यो किया गया हे? इसके पीछे कोई वैज्ञानिक कारण है क्या?
नोबल कोरोना वायरस का औसत इन्क्यूबेशन पीरियड 14 दिन का माना गया है। अर्थात यदि किसी व्यक्ति को आज (पहले दिन) संक्रमण हुआ तो यह वायरस लगभग 14 दिन में अपने लक्षण प्रकट करेगा। अब यदि इस संक्रमित व्यक्ति को 7 दिन के लिए आइसोलेशन पीरियड में रखा जाए तो लगभग न्यूनतम 21 दिन का समय चाहिए। इस प्रकार इस 21 दिन के समय को एक चक्र माना जायेगा। अब यदि हम 21 दिन तक किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में नही आएंगे तो हो सकता है वायरस की संक्रमण श्रृंखला टूट जाएगी। चिकित्सा विज्ञान के शौधार्थियो का मानना है कि यह लॉक डाउन पूर्णतः सफल रहा तो हम वायरस की चैन को तोड़ने में सक्षम हो जाएंगे। और हमे दूसरी व तीसरी साईकल की आवश्यकता नही रहेगी।
एसीलिए सबसे निवेदन हे अपने घर पर ही रहे.सुरक्षित रहे,स्वस्थ रहे।

Corona Virus की संरचना-

कोरोनावायरस (Coronavirus) कई प्रकार के विषाणुओं (virus) का एक समूह है जो स्तनधारियों और पक्षियों में रोग उत्पन्न करता है। यह आरएनए (RNA)वायरस होते हैं। इनके कारण मानवों में श्वास तंत्र संक्रमण पैदा हो सकता है जिसकी गहनता हल्की (जैसे सर्दी-जुकाम) से लेकर अति गम्भीर (जैसे, मृत्यु) तक हो सकती है।  इनकी रोकथाम के लिए कोई टीका (वैक्सीन) या विषाणुरोधी (antiviral) अभी उपलब्ध नहीं है और उपचार के लिए प्राणी की अपने प्रतिरक्षा प्रणाली पर निर्भर करता है। अभी तक रोगलक्षणों (जैसे कि निर्जलीकरण (Dehydration) बुखार (Fever) आदि) का उपचार किया जाता है ताकि संक्रमण से लड़ते हुए शरीर की शक्ति बनी रहे।

Corona Virus का नामकरण-
लेटिन भाषा में "कोरोना" (Corona) का अर्थ "मुकुट" होता है और इस वायरस के कणों के इर्द-गिर्द उभरे हुए कांटे जैसे उभारों से इलेक्ट्रान सूक्षमदर्शी में मुकुट जैसा आकार दिखता है, जिस पर इसका नाम रखा गया था।

कोरोना का उपचार-
अभी तक इस वायरस से होने वाली बीमारी का न तो कोई टीका (Vaccine) बना है न ही इसका कोई इलाज ढूंढा जा सका है
फिर भी इस वायरस से बचाव के लिए निम्न उपाय अपनाए जा सकते है---
1. समूह में एकत्रित एकत्रित ना हो।
2. दिन में बार बार साबुन या सैनिटाइजर से हाथ साफ करें।
3. भीड़ में जाने से बचें एवं मास्क का उपयोग करें।
4. सर्दी-खांसी, जुखाम होने पर एहतियात बरतते हुए अस्पताल में चेक कराएं।
5. लोगों से कम से कम 1 मीटर की दूरी बनाकर रखें।
6. शासन द्वारा जारी सलाह का पालन करें।
7. बहुत जरूरी होने पर ही घर से बाहर  निकले।
8. नोटो और सिक्कों के जरिए भी वायरस आपके घरों पर दस्तक दे सकता है, नगद लेन देन से बचें।
9. खरीदारी करते समय दुकानों के काउंटर, खंभे, रैलिंग, गेट, शटर आदि किसी भी चीज को हाथ लगाने से बचें।
10. शादी-विवाह, जन्मदिन, तेरहवीं जैसे कार्यक्रम टालने की कोशिश करे
11 आपस में मिलने पर नमस्ते करें । हाथ न मिलाएं और न गले लगाएं ।

कोरोना से बचाव ही, कोरोना का एकमात्र इलाज है, इसे फैलने से रोकने में सहयोग करें।

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