सूखे कागज़ को फाड़ने पर आवाज़ क्यों आती है?

Why does tearing dry paper make a noise?
Om Prakash Patidar
हम सभी जानते है कि सुखा कागज फाड़ते समय यह आवाज करता है , जबकि गिला होने पर यह बिना आवाज किये फट जाता है। इसके पीछे क्या कारण है-
आइए जानने का प्रयास करते है।
हम जानते है की कागज़ पेड़ -पौधों से बनी लुगदी से बनता है इस लुगदी में सेल्यूलोस की अधिकता होती है अर्थात कागज 
CELLULOSE FIBRES से मिलकर बने होते है। यह सेल्यूलोस फाइबर एक दूसरे से एक जाली की तरह जुड़े होते है। इनके बीच में HYDROGEN BOND होता है। जब कागज़ को फाड़ा  जाता है तो उसे विपरीत दिशा में खींचा जाता है। इससे कागज़ को जोड़े रखने वाले HYDROGEN BOND टूटने लगते है। ऐसा होने से CELLULOSE FIBRES कंपन (VIBRATE) करने लगते है जिससे आवाज़ पैदा होती है। 
जबकि जब कागज़ गीला हो तो फाड़ने पर  आवाज़ नहीं आती है, क्योंकि कागज़ गीला होने पर कागज़ के FIBRES पानी को सोख कर फूल जाते हैऔर आपस में चिपक जाते है। इसलिए कागज़ फाड़ने पर वो कम्पन नहीं कर पाते है। और कम्पन नहीं होने से आवाज़ नहीं आती।

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