सत्तु यानी गेहूँ, जौ और चने को समान मात्रा में लेकर फिर उसे सेककर तैयार आटे को सत्तु कहा जाता है । इन तीनों तत्वों को सर्व प्रथम पानी में पहले भिगोकर, फुलाकर, सुखाकर इन्हें पीसा जाता है । पीसने के पूर्व और बाद में इसकी सिकाई की जाती हैं और यही तैयार आटा सत्तु कहलाता है । यह अत्यंत पौष्टिक होता है । इसका सेवन गुड़ या शकर या नमक मिर्च के साथ पानी में गाढ़ा घोलकर किया जाता है।
कच्चे आम के पने में भी घोलकर इसका सेवन करने से बहुत ही स्वादिष्टता के साथ ही पौष्टिकता से यह परिपूर्ण होता है । गर्मी में यह शीतलता प्रदान करता है। इसके साथ ही शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है ।
पुराने समय में यह एक ताकतवर खाद्य पदार्थ के रूप में यात्रा के समय साथ मे रखा जाता था। इसकी तासीर और गुण के कारण सदियों से ही यह हर वर्ग का पसंदीदा खाद्य पदार्थ रहा है। यह अलग बात है कि आज के फास्ट फूड के समय में इसका उपयोग युवा पीढ़ी में जरूर कम हुआ लेकिन इसका महत्व अब भी कायम है।
इसके बारे में बुजुर्गों से बस यही सुना था सत्तु मन मत्तू, कब घोलु कब खाऊँ। तो आप भी एक बार जरूर इसका सेवन करें ।
सत्तु बिहार और उत्तरप्रदेश का देशज व्यंजन है । सत्तू न सिर्फ खाने में टेस्टी होता है बल्कि आपके कई रोगों को ठीक करने के लिए वो एक डॉक्टर का काम भी करता है । इसके सेवन से मधुमेह जैसे रोग ठीक हो जाते हैं बल्कि व्यक्ति को मोटापे से भी निजात मिलती है । इसका उपयोग कई व्यंजनों को बनाने के लिए होता है ।
सत्तु के लाभकारी प्रयोग
- गर्मी के दिनों में सत्तू का सेवन करना आपको गर्मी के दुष्प्रभाव एवं लू की चपेट से बचाता है। सत्तू का प्रयोग करने से लू लगने का खतरा कम होता है क्योंकि यह शरीर में ठंडक पैदा करता है।
- अगर आपको बार-बार भूख लगती है या फिर आप लंबे समय तक भूखे नहीं रह सकते, तो सत्तू आपके लिए लाभदायक है। इसे खाने या फिर इसको शर्बत के रूप में पीने से लंबे समय तक आपको भूख का एहसास नहीं होगा।
- सत्तू प्रोटीन का बढ़िया स्त्रोत है और यह पेट की गड़बड़ियों को भी ठीक करता है। इसे खाने से लिवर मजबूत होता है और एसिडिटी की समस्या दूर होती है और आसानी से पचने के कारण कब्जियत भी नहीं होती।
- जौ और चने से बनाया गया सत्तू डाइबिटीज में फायदेमंद है । अगर आप डाइबिटीज के मरीज हैं तो रोजाना इस सत्तू का प्रयोग आपके लिए फायदेमंद है। इसे पानी में घोलकर शर्बत के रूप में या फिर नमकीन बनाकर भी लिया जा सकता है।
- शरीर में ऊर्जा की कमी होने पर सत्तू तुरंत ऊर्जा देने का कार्य करता है। यह कमजोरी को दूर कर आपको ऊर्जावान बनाए रखने में कारगर है। इसमें कई तरह के पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो पोषण देते हैं ।
- मोटापे से परेशान लोगों के लिए सत्तू एक रामबाण उपाय है। जौ से बना सत्तू प्रतिदिन खाने से पाचन तंत्र भी सुचारु रूप से कार्य करता है और मोटापा कम होकर आप छरहरी काया पा सकते हैं ।
- ब्लडप्रेशर के मरीजों के लिए सत्तू का सेवन काफी लाभदायक होता है। इसके लिए सत्तू में नींबू, नमक, जीरा और पानी मिलाकर सेवन करना चाहिए ।