कोरोना एक अदृश्य वायरस के साथ रहते हुए सावधानियां

 "कोरोना एक अदृश्य वायरस के साथ रहते हुए सावधानियां "


राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद भारत सरकार नई दिल्ली एवं साइंस सेंटर ग्वालियर मध्य प्रदेश के द्वारा संचालित "यश 2021 स्वास्थ्य एवं विज्ञान जागरूकता वर्ष " के अंतर्गत ऑनलाइन वेबीनार आयोजित किया गया जिसका मुख्य विषय कोरोना एक अदृश्य वायरस के साथ रहते हुए सावधानियां। स्वागत भाषण देते हुए राज्य समन्वयक संध्या वर्मा ने यश कार्यक्रम अंतर्गत वर्ष भर चलने वाली गतिविधियों से अवगत कराया। उन्होंने कहा अदृश्य शत्रु के साथ हम जीवन जी रहे हैं जो घातक है सावधानी में ही सुरक्षा है। यश कार्यक्रम हमें कोरोना के विरुद्ध जंग में मजबूती प्रदान करेगा। 

डॉ वी के. त्यागी वैज्ञानिक नई दिल्ली ने अपने उद्बोधन में बताया कि कोरोना स्वाभिमानी है जब तक हम इसे आमंत्रित नहीं करेंगे वह नहीं आएगा। आर एन ए के वायरस को विज्ञान के द्वारा खतरा कम किया जा सकता है। पूरे विश्व में 19 करोड़ लोग इस वायरस से ग्रसित हुए थे तथा 17 करोड़ लोग ठीक हो गए। आईडिया नहीं होने के कारण फर्स्ट लॉकडाउन में सामग्री जमा करने का हाहाकार मचा था। द्वितीय लॉकडाउन में हमने देखा कि लोग ऑक्सीजन का स्टोरेज करने लगे और नए वायरस ने वैक्सीन वाले लोगों को भी इफेक्टिव कर दिया। पेथोजन,  1400 सूक्ष्म जीव है जो हमें कोई ना कोई बीमारी पैदा करते हैं लेकिन कोरोना नया था। कोरोना समदर्शी है जात पात धर्म ऊंच-नीच गरीब अमीर नहीं देखता है। पूरी दुनिया में लोगों को वैक्सीन नहीं लगेगी तो तीसरी लहर का खतरा मंडराता रहेगा। अतः सावधानी बरतने में खतरा टल सकता है।

डॉक्टर दिनेश मिश्र सीनियर नेत्र रोग विशेषज्ञ एवं अध्यक्ष अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति रायपुर छत्तीसगढ़ ने अपने उद्बोधन में कहा कि ब्लैक फंगस से चार लाख मौतें हुई है इनसे बचने हेतु हमारी इम्यूनिटी में मजबूत करना होगा। आज भी लोग अंधविश्वास में जी रहे हैं बाबाओं ओझा और पड़ीहार के चक्कर में ठगे जा रहे हैं और मौत को गले लगा रहे हैं।  ब्लैक फंगस कम प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों में नाक के द्वारा शरीर में प्रवेश करता है जिससे आंखों में धुंधलापन एवं डबल दिखाई देता है। इसमें अपने मन से दवाई का उपयोग नहीं करे। छोटे-छोटे सुरक्षा के उपाय जो व्यक्ति करेगा वही जीतेगा और अपने आप को सुरक्षित रखेगा। सरकार के द्वारा चलाए गए नियमों का पालन सभी करें। कार्यक्रम में दिल्ली के वैज्ञानिक डॉ शेखर सरभाई ने भी संबोधित किया। बी. एल. मलैया जिला समन्वयक होशंगाबाद ने बताया कि पर्यावरण संरक्षण और ऑक्सीजन की पूर्ति हेतु प्लांटेशन विथ सेल्फी कार्यक्रम का आयोजन सभी जिलों में  किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में बच्चे अपने घर पर पौधा रोपण करते हुए एक सेल्फी अपलोड करेंगे।

अंत में सभी जिले के प्रतिभागियों ने प्रश्न पूछ कर अपनी जिज्ञासाओं को शांत किया। कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन शाजापुर जिला समन्वयक ओम प्रकाश पाटीदार  ने किया।

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