वन एवं हमारा स्वास्थ्य

 

वन एवं हमारा स्वास्थ्य वन महोत्सव एवं बेहतर स्वास्थ्य के संबंध में ऑनलाइन वेबिनार  के माध्यम से दी गई जानकारी।

शाजापुर।  राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी  संचार परिषद नई दिल्ली एवं साईस सेन्टर ग्वालियर मध्यप्रदेश  द्वारा विज्ञान एवं स्वास्थ्य जागरूकता वर्ष गतिविधि अंतर्गत उत्कृष्ट विद्यालय शाजापुर के सहयोग से ऑनलाइन वेबिनार आयोजित किया गया। इस आयोजन में शाजापुर, होशंगाबाद एवं सिवनी जिले के शिक्षको एवं बच्चों ने सहभागिता की।  कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए  राज्य समन्वयक संध्या वर्मा ने बताया कि यस कार्यक्रम के तहत शाजापुर, होशंगाबाद एवं सिवनी जिले ने मिलकर विषय का चुनाव किया ऑनलाइन वेबिनार के माध्यम से  छोटे छोटे पौधों की महता एवं प्रकृति की भूमिका हमने समझना, मास्क नहीं लगाकर कोरोना की तीसरी लहर को आमंत्रित करना जैसे बिंदुओं पर चर्चा की गयी । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉक्टर साराभाई लैंड एंड रिसोर्स यूज सर्वे भारत सरकार नई दिल्ली ने अपने उद्बोधन में कहा कि यदि वन नहीं होते तो कुछ भी नहीं होता तथा विज्ञान जागरूकता के महत्व को समझाया। बीएल मलैया जिला समन्वयक होशंगाबाद में कार्यक्रम का संचालन कर बताया कि यह आयोजन होशंगाबाद जिले में कलेक्टर श्री धनंजय सिंह के मार्गदर्शन में चल रहा है विज्ञान एवं स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम यस 2021 मध्य प्रदेश के 25 जिलों में चल रहा है। जिला सिवनी तथा होशंगाबाद जिले के शिक्षकों एवं छात्रों को बेहतर स्वास्थ्य एवं वनो के महत्व की महत्त्वपूर्ण जानकारी डा सुनिल दुबे वैज्ञानिक सलाहकार उदयपुर राजस्थान  ने बताया कि मध्य प्रदेश का 25 परसेंट के ज्यादा एरिया फॉरेस्ट से कवर है जो कि देश में सर्वाधिक है, बिना उन्होंने बताया कि वनों से हमें औषधीया प्राप्त होती है। धावड़ा अचार तेंदू महुआ कड़वा सलई हल्दू अश्वगंधा अडूसा सफेद मुसली वज्रदंती कलिहारी अमलतास ग्वारपाठा सर्पगंधा मरोड़ फली आंवला चिरमिरा सहजन गोखुरू शतावर प्रमुख औषधीय पौधे है। जो जंगल मे बहुतायत में पाये जाते है।

कार्यक्रम में लाल मिश्रा डीएफओ होशंगाबाद ने वन महोत्सव का महत्व बताया सन 1950 के दशक में सूखा और अकाल जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई थी जिससे वर्षा नहीं हो रही थी इस कारण प्रतिवर्ष महोत्सव मनाया जाता है एक स्लोगन के माध्यम से बताया वृक्ष से बादल बादल से जल और जल से अन्न वन हमारे पर्यावरण को संतुलित बनाए रखते हैं और किसी से हमारा जीवन संतुलित रहता है सभी आमजन जन्मदिवस पर एक एक पौधा लगाकर उसका संरक्षण करें तो ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी। बिना ऑक्सीजन के हमारा जीवन कितना महत्वपूर्ण है हमने कोरोना महामारी के दौरान जाना है।  डा गरिमा यादव विज्ञान संचारक अमेठी उत्तरप्रदेश ने अपने उदबोधन में कहा कि हर जीव वनों पर निर्भर है यदि वनों का संरक्षण नहीं होगा तो ऑक्सीजन की कमी होगी। शहरी क्षेत्र में महिलाएं अपनी-अपनी छतों के ऊपर छोटे-छोटे पौधे लगाकर ऑक्सीजन की पूर्ति और सब्जी भाजी का उत्पादन कर सकते हैं जिससे आय में भी बचत होगी। इस आयोजन मे विशेष अतिथि के रुप मे शाजापुर जिला समन्वयक श्री ओ पी पाटीदार नेताजी सुभाषचंद्र बोस विधालय सिवनी के प्राचार्य श्री पी एन वारेश्वा तथा जिला शिक्षा अधिकारी श्री जी एस बघेल ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई ।  कार्यक्रम के अंत में अतिथियों एवं शिक्षकों का आभार जिला समन्वयक सिवनी विजय शुक्ला किया गया।


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