इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम या ईसीजी (Electrocardiogram Or ECG)
Om Prakash Patidar
Shajapur
इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम यानि ईसीजी के द्वारा दिल की घड़कनों और उससे निकलने वाली विद्युत तरंगों के द्वारा दिल की बीमारी का पता लगाया जाता है।
ईसीजी जांच (ECG) में दिल की धड़कन को विद्युत तरंगों के रूप में देखा जाता है। यह एक सामान्य और सुरक्षित जांच है, जो जांच केंद्र, अस्पताल, प्रयोगशाला पर भी की जा सकती है। आधुनिक तकनीक से की जानी वाली यह जांच इतनी कुशल है कि इसका परिणाम तुरंत ही मिल जाता है।
ईसीजी या इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम परीक्षण में दिल से जुड़े अंगों और रोगों का निदान किया जाता है। दिल की सरंचना बेहद जटिल होती है। यह एक मांसपेशीय पंप की तरह है जो चार कक्षों से बना होता है, जिनमें से ऊपर के दोन पंपों को परिकोष्ठ (Atria) और निचले दो पंपों को निलय (Ventricle) कहा जाता है।
ईसीजी मशीन सामान्य तौर पर, दिल की धडकनों व परिणाम को तरंगों की भाषा में एक विशेष कागज (ग्राफ पेपर) पर दर्शाता है। यह ग्राफ पेपर लगभग 1 मिमी वर्ग मीटर का लाल या हरे रंग में होता है, जो क्षैतिज एवं ऊर्ध्वाधर दिशाओं में 5- 5 मिमी पर विभाजित है। ईसीजी जांच के दौरान विवरण निश्चित करने के लिए, पेपर की गति 25 मिमी/सेकंड की जाती है। ग्राफ पेपर के पांच छोटे ब्लॉक मिलकर एक बड़ा ब्लॉक बनाते है, जो 200 मिलीसेकंड की गति में परिवर्तित होता है।
ईसीजी के प्रकार
सेमान्यतः ईसीजी टेस्ट छः प्रकार के होते हैं:-
रेस्टिंग 12-लीड ईसीजी: यह एक आम प्रकार का टेस्ट है। एक छोटा स्टिकी पैच, जिसे इलेक्ट्रोड कहा जाता है को मरीज की छाती, हाथ, कलाई और एड़ियों पर लगाया जाता है। ये इलेक्ट्रोड एक मशीन से जुड़े होते हैं जिसमें दिल की विद्युत गतिविधियों का 12 अलग-अलग तरीको से रिकॉर्ड किया जाता है। इसमें मरीज को सीधा और शांत लेटना होता है। इस टेस्ट में लगभग 10 मिनट का समय लगता हैं। इस टेस्ट में रोगी की आराम की स्थिति में उसके दिल की असामान्य प्रतिक्रिया का पता किया जाता है।
व्यायाम ईसीजी (तनाव टेस्ट-Stress Test): इस टेस्ट को ट्रेडमील टेस्ट TMT (Treadmill Test) भी कहा जाता है इसमें मरीज को ट्रेडमिल पर चलने या साइकिल की सवारी करने के लिए कहा जाता है। ईसीजी में अभ्यास से पहले और व्यायाम के दौरान दिल में हो रहे परिवर्तन की जाँच की जाती है। कभी-कभी ईसीजी में असामान्यताओं को केवल अभ्यास के दौरान देखा जा सकता है या जब लक्षण मौजूद हों तब देखा जा सकता है। इस टेस्ट में कोरोनरी हृदय रोग का पता चलता है और दिल का दौरा पड़ने के बाद व्यायाम के सुरक्षित स्तर निर्धारित करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
होल्टर मॉनिटर: होल्टर ईसीजी ट्रेसिंग की लगातार निगरानी के लिए प्रयोग किया जाता है, जिसमें 24 घंटे या उससे अधिक का समय लगता है। जब आराम ईसीजी या तनाव ईसीजी चक्कर, बेहोशी, निम्न रक्तचाप या लंबे समय तक थकान के रूप में जैसे कुछ लक्षणों के निदान में असफल हो जाते हैं, तब आपके डॉक्टर ईसीजी ट्रेसिंग को लंबे समय तक चलाने के लिए बोल सकते हैं। Holter ईसीजी किसी भी असामान्य दिल की धड़कन, जो समस्याओं का कारण हो सकता है, को पकड़ने के लिए एक बेहतर अवसर देता है। यह गंभीर रूप से बीमार रोगियों और जो रोगी एनेस्थीसिया के दौर से गुजर रहें है, उनकी निगरानी के लिए प्रयोग किया जाता है।
इवेंट मॉनिटर: Holter मॉनिटर की तरह इसमें भी इलेक्ट्रोड हर समय आपके सीने से जुड़े होते हैं। जैसे holter आपके ईसीजी पर लगातार निगरानी रखता है वैसे ही इवेंट मॉनिटर भी आपके ईसीजी की निगरानी रखता है लेकिन यह केवल तभी होगा जब आप ट्रिगर बटन प्रेस करेंगे। जब आप एक या एक से अधिक लक्षण महसूस करते हैं, जैसे सीने में दर्द, चक्कर या घबराहट तब सिर्फ आपको बटन दबाना होगा। यह आपके दिल की विद्युत गतिविधि की रिकॉर्डिंग शुरू कर देगा।
सिग्नल औसतन ईसीजी: यह ईसीजी का ही एक विस्तृत प्रकार है। इस प्रक्रिया के दौरान, ईसीजी ट्रेसिंग को असामान्य दिल की धड़कन को पकड़ने के लिए बीस मिनट लगता है और यह रुक-रुक कर हो सकता है।
कार्डियो पल्मोनरी- व्यायाम (Exercise) टेस्ट (CPET) :- यह आराम और व्यायाम के दौरान दिल और फेफड़ों के कामकाज का मूल्यांकन करने के लिए किया जाता है। हृदय व्यायाम टेस्ट मशीन में एक स्थिर चक्र या ट्रेडमिल का उपयोग करते हैं। एक Non-rebreathing वाल्व निरंतर ईसीजी और रक्तचाप की निगरानी के साथ एक मुखपत्र (mouthpiece) से जुड़ा होता है।

