सर्दी के दिनों में नाक क्यो बहती है?

Why does water come from the nose during winter?

ओम प्रकाश पाटीदार

सर्दी के मौसम में सुबह-सुबह मॉर्निंग वॉक पर जाने में बहुत ही मजा आता है। घर से बाहर निकलते ही अचानक से नाक में से पानी आने लगता है। आपके दिमाग एक सवाल ये भी होगा की नाक बिना सर्दी के भी बहती है? आइए जानने का प्रयास करते है कि इसके पीछे क्या कारण है?

सर्दी में नाक से पानी क्यो बहने लगता है?

जब भी आपकी नाक बहती है तो आप कहते है कि यार इन्फेक्शन होने से नाक बहने लगी। इसको ही कहते है सर्दी लग जाना। असल में होता यह है कि जब आपको सर्दी होती है तो नाक के कुछ कीटाणु पैदा होते हैं इन कीटाणु से लड़ने और इनका खात्मा करने के लिए नाक में स्थित म्यूक्स मेम्ब्रेन(श्लेष्मा झिल्ली) कुछ तरह के म्यूक्स का कॉम्बिनेशन प्रोड्यूस करती है और इसी वजह से नाक बहती है।

जब हम एलर्जी होती है तब नाक क्यो बहती है?

अधिकतर लोगों को धूल-मिट्टी, ऊनी कपड़े, कुछ पशुओं के बाल या अन्य कई वस्तुओं के संपर्क में आते ही छींकें आने लगती हैं। इन वस्तुओं को "एलरजेन" कहते हैं। इस तरह की वस्तुओं के संपर्क में आने से भी ज्यादा मात्रा में म्यूक्स प्रोड्यूस होता है और नाक बहने लगती है।

रोने और नाक बहने का क्या है कनेक्शन ?

जब हम रोते तो आँखों से और नाक से भी पानी आने लगता है। इसकी वहज यह है कि जब हम ज्यादा रोते हैं तो हमारे पलकों के आंतरिक हिस्से में स्थित डक्ट में से आसुं बहकर नाक की कैवेटीज़ में आ जाते है और यहाँ से बाहर निकलने लग जाते है।

तीखा या मिर्च वाला भोजन खाने पर नाक क्यो बहने लगती है?

कभी हम ज्यादा तीखा खा लेते हैं तो नाक कान और आँखों से पानी निकलने लगता है। इसके पीछे कारण यह है कि तीख़े फ़ूड में जो मसाले होते है (ख़ासतौर पर मिर्चे) उसमे 'कैप्सेसिन' नामक एक केमिकल होता है। जो हमारे नाक के मेम्ब्रेन को मजबूर करता है कि ज़्यादा मात्रा में म्यूकस प्रोड्यूस करे, और फिर क्या बस नाक बहने लगती है।

सुबह-सुबह नाक से पानी क्यो बहता है?

जब हम साँस लेते हैं तो हमारी नाक अंदर जाने वाली हवा को नमी प्रदान करती है क्योंकि यह हवा हमारे फेफड़ो तक जाती है। अधिक ठंड में जब ठंडी और सूखी हवा नाक में प्रवेश करती है तो अधिक मात्रा में नमी प्रोड्यूस होती है और पानी बनकर नाक से बहने लगता है।

नाक बहने के अन्य कारण क्या हो सकते है?

नाक में हमेशा पानी की कुछ बूंदे मौजूद रहती ही है। जब तापमान में बहुत ज़्यादा कमी होती है तो यह बुँदे आपस में जुड़कर बड़ी बूंदों का रूप ले लेती हैं। ये बूंदे भारी हो जाती हैं और नाक से बहने लगती है। इसकी एक और वजह यह भी है कि सर्दियों के मौसम में नाक ज़्यादा मात्रा में म्यूकस बनाती है।

नाक से पानी बहना क्या जुकाम है?

ठंड में ज़्यादा बाहर रहने से सर्दी हो जाती है लेकिन यह एक गलतफहमी है। ठंड के मौसम में सर्दी ज़्यादा होने का कारण ज़्यादा समय तक घर के अंदर रहना होता है। 
जी हाँ! यह इसलिए कि आप घर में उन लोगों के आसपास रहते है जिन्हें पहले से ही सर्दी हुई होती है। उन लोगों की छींक और कई जगहों पर कीटाणु छोड़ देती है। जिसकी वजह से आपको भी सर्दी-जुकाम हो जाता है।


क्या करे कि नाक से पानी की समस्या कम हो जाये?

इस मुश्किल से बचने का एक आसान उपाय यह है कि जब भी घर से बाहर निकले नाक को ढांककर निकलें। इससे नाक की गर्मी बनी रहेगी और नाक से पानी आने की समस्या का समाधान हो जाएगा।


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