आकाश का रंग नीला क्यों दिखाई देता है?
Om Prakash Patidar
जब कभी ये प्रश्न आता है कि आकाश नीला क्यो होता है?
तब उत्तर आता है, प्रकाश का प्रकीर्णन और रमन प्रभाव।
अब ये भी जान ले कि ये दोनों घटनाये क्या है।
क्या है रमन प्रभाव ?
यह एक अद्भुत प्रभाव है, इसकी खोज के एक दशक बाद ही 2000 रासायनिक यौगिकों की आंतरिक संरचना निश्चित की गई थी। इसके पश्चात् ही क्रिस्टल की आंतरिक रचना का भी पता लगाया गया। रमन प्रभाव के अनुसार प्रकाश की प्रकृति और स्वभाव में तब परिवर्तन होता है। जब वह किसी पारदर्शी माध्यम से निकलता है। यह माध्यम ठोस, द्रव और गैसीय, कुछ भी हो सकता है। यह घटना तब घटती है, जब माध्यम के अणु प्रकाश ऊर्जा के कणों को छितरा या फैला देते हैं। यह उसी तरह होता है जैसे कैरम बोर्ड पर स्ट्राइकर गोटियों को छितरा देता है।
क्या है प्रकाश का प्रकीर्णन ?
जब प्रकाश किसी भी माध्यम में मौजूद अणुओं, परमाणुओं व छोटे-छोटे कणों पर आपत्ति होता है तो उसका विभिन्न दिशाओं में प्रकीर्णन हो जाता है। जब सूर्य का प्रकाश जोकि सात रंगों का बना होता है वायुमंडल से गुजरता है तो वह वायुमंडल में उपस्थित कणों द्वारा विभिन्न दशाओं में प्रसारित हो जाता है।
आपको बता दें कि पृथ्वी और वायुमंडण्ल के बीच का स्थान क्षोभमंडण्ल कहलाता है सभी मौसमी घटनायें बादल (cloud), ऑधी, चक्रवात (Cyclone) इसी क्षोभमंडल में जन्म लेते है जिस कारण यह क्षोभमंडण्ल धूल के कणों से भरा रहता है जब सूर्य का प्रकाश (Sunlight) इस क्षोभमंडण्ल से टकराता है तो क्षोभमंडण्ल में उपस्थित धूल के कण (dust particles) प्रकाश काे इधर उधर बिखर (Shattered) जाता है और आप तो जानते ही हैं कि सूर्य का प्रकाश सात रंगों(बैगनी (Purple), नीला (Blue), आसमानी (Cerulean), हरा(Green), पीला (Yellow), नारंगी (Orange), लाल(Red)) से मिलकर बना होता है जब यह प्रकाश क्षोभमंडण्ल से टकराता है तो बैगनी नीला आसमानी रंग सबसे ज्यादा फैलते हैं और यही कारण है कि प्रकाश के सातों रंगों में से नीला (Blue) रंग हमें दिन की रोशनी (light) में दिखाई पडता है
इसके विपरीत रात में जब सूर्य का प्रकाश पृथ्वी (Earth) पर नहीं पहुॅचता है तो आकाश का रंग काला (Black) दिखाई देता और तारे दिखाई देते हैं