पेन की केप (cap) में छेद क्यो होता है?
Om Prakash Patidar
कभी कभी कुछ लोग कुछ भी सोच कर लिखते है ,तो अनायास ही अपने पेन की केप मुह में रख लेते है। पेन का इस्तेमाल करते है पर क्या आपने कभी ध्यान दिया है कि पेन कैप में एक छोटा सा छिद्र होता है, अधिकतर कंपनियो पेन के कैप में छिद्र होता है. विज्ञान ने काफी तरक्की की है, कई रोमांचक अवधारणाएं भी दी हैं और दिन-प्रतिदिन प्रौद्योगिकी का उपयोग भी हो रहा है. वैसे ही पेन की कैप में छिद्र का होना भी तो एक प्रकार की नई अवधारणा है जिसपर हम लोगों ने कभी ध्यान नहीं दिया. आइये इस लेख के माध्यम से यह अध्ययन करते है कि आखिर पेन की कैप में छिद्र क्यों होता है, इसके पीछे क्या कारण हो सकता है आदि.
बॉल पॉइंट पेन की कैप में छिद्र क्यों होता है?
- अगर कोई गलती से पेन कैप को निगल लेता है, तो उसे होने वाली घुटन से बचने हेतु पेन कैप में छेद किया जाता है. लोग अधिकतर पेन को इस्तेमाल करते वक्त उसकी कैप को मु में डाल लेते है और कभी-कभी गलती से निगल भी सकते है. अर्थार्त निगलने के बाद उनके गले में घुटन न हो और वह घातक साबित न हो. इसलिए पेन कैप में छिद्र किया जाता है ताकि उसकी मदद से सांस आसानी से लिया जा सके. यहां तक की BIC कंपनी ने पेन कैप में काफी बड़ा छिद्र किया है ताकि निगलने पर किसी भी प्रकार की कोई दुर्घटना न हो सके.
- पेन की स्याही या इंक तेजी से सूख जाए इसलिए भी पेन कैप में छिद्र किया जाता है. आपने कभी ध्यान दिया होगा की जब आप लिखना शुरू करते है तो इंक को निब तक आने में थोड़ा सा टाइम लग जाता है.
- एक अन्य सिद्धांत के अनुसार, जब कोई पेन को खोलता है या बंद करता है, तो पेन के अंदर और बाहर का वायुमंडलीय दबाव (Atmospheric pressure) बराबर रहे इसलिये भी पेन कैप में छिद्र किया जाता है.