छिपकली की कटी हुई पूँछ दोबारा क्यों उग जाती हैं?
जैसे – छिपकली, ऑक्टोपस, तारा मछली, एक्सोलोट्ल्स ( Axolotls ) सैलामेंडर आदि जीवों के शरीर में पुनरुदभवन ( Regeneration ) की अनोखी काबिलियत पायी जाती हैं | जिसके कारण इनके अंग कटने, क्षतिग्रस्त होने पर दोबारा उग आते हैं |
Om Prakash Patidar
हमारे घरों में जब कोई छिपकली की दरवाजे के नीचे आ जाती है या कोई उसपर हमला करता है ऐसे में छिपकली की पूछ टूटकर अलग हो जाती है। और कुछ दिनों बाद इसी छिपकली की टूटीं हुए यह पूछ पुनः उग जाती है।
यह प्रक्रिया Regeneration ( पुनरुदभवन ) कहलाती हैं जिसमे जीवों के खोये हुए या कटे हुए अंग उग ( Generate ) आते हैं |
उदाहरण –
1. छिपकली की कटी हुई पूँछ दोबारा उग जाती हैं |
2. सैलामैंडर के हाथ – पैर आदि अंग कट जाने पर आसानी से उग आते हैं। 3.सितारा मछली(Star Fish) में कटी हुई भुजा से सम्पूर्ण तारा मछली बन सकती हैं |
कुछ जीवों में साधारण चोट लगने पर कुछ समय बाद घाव दोबारा भर जातें हैं | लेकिन उन जीवों के कटे हुए अंग ( हाथ, पैर या अंगुलियाँ आदि ) नहीं उगते हैं | उदाहरण – मनुष्यों में किसी अंग के कट जाने पर वह दुबारा नहीं उगता | लेकिन मनुष्यों में भी कुछ ऐसी कोशिकाएँ पायीं जाती हैं | जिनमे Regeneration होने की क्षमता होतीं हैं | जैसे – लीवर ( यकृत ) की कोशिका, बालों तथा नाखुनों में Regeneration होने की क्षमता पायी जाती हैं | लेकिन कुछ जीवों में कटे हुए अंग कैसे आ जातें हैं | जब इन जीवों को चोट लग जाती हैं तो सबसे पहले खून बहने वाले स्थान पर रक्त का थक्का बन जाता हैं | इसके बाद जल्दी से जल्दी घाव ठीक हो जाता हैं ताकि कोशिकाओं में कोई बाहरी संक्रमण न हो | रक्त के थक्के के नीचे उपस्थित Epithelial कोशिकाएँ खिसक कर घाव के चारों ओर जमा होने लगती हैं।घाव के ठीक होने के बाद घाव वाले स्थान पर एक उभार बनने लगता हैं | यह उभार बनने का कारण यह होता हैं कि सक्रिय अविभेदित मीजेनकाईम कोशिकाएँ बनने लगती हैं | ये कोशिकाएँ ही Regeneration कोशिकाएँ होती हैं | ये कोशिकाएँ भ्रूण कोशिकाओं के समान कार्य करने लगती हैं | जो धीरे – धीरे अंग का निर्माण करने लगती हैं | इस प्रक्रिया में इन कोशिकाओं के द्वारा सम्पूर्ण अंग बनने में लगभग 10 सप्ताह का समय लगता हैं |
दूसरी प्रक्रिया के अनुसार जैसे किसी व्यक्ति की अंगुली या पैर – हाथ कट जाते हैं तो उस व्यक्ति की कटी हुई अंगुली या पैर आदि अंगों से कोशिकाएँ लेकर उन्हें संवर्धन माध्यम में प्रयोगशाला में संवर्धन कराया जाता हैं तथा कृत्रिम रूप से क्षतिग्रस्त अंग को दोबारा तैयार किया जाता हैं |
लीवर की कोशिकाओं के Regeneration होने की प्रक्रिया को समझकर क्या हमें मनुष्य के कटे हुए अंगो को दोबारा उगाने में मदद मिल सकती हैं |