Why a Person is Killed Due to Electric Shock?
Om Prakash Patidar
जब इंसान के शरीर को बिजली का झटका या करंट लगता है तो बिजली इंसान के शरीर में उपस्थित पानी को पूरी तरह जला देती है और पानी के जलने के कारण इंसान का खून गाढा हो जाता है और खून का प्रवाह धीमा हाे जाता है तो इंसान के सारे अंग काम करना बंंद कर देते हैं और इंसान की मृत्यु हो जाती है बिजली का झटका लगने पर तीन वजह से मौत हो जाती है
1. सांस रूकने की वजह से
2. धडकन के रूकने की वजह से,
3. फेंफडों के कार्य न करने की वजह से
इलेक्ट्रिक शॉक की वजह से मृत्यु को इलेक्ट्रो क्यूशन (Electro cushion) कहा जाता है यही कारण है कि बिजली का झटका लगने से इंसान की मौत हो जाती है।
आइए जानते है करंट लगने पर पीड़ित को कौन-सा ट्रीटमेंट देना चाहिए।
1. एम्बुलेंस आने तक बेहोश व्यक्ति से मुंह से सांस दें। उसके सीने पर एक फुट दूर से प्रैशर से दबाव बनाएं, ताकि पीड़ित की दिल की धड़कने चलती रहे। व्यक्ति को सीधा लिटाकर पैरों को उपर की ओर उठा दें।
2. ध्यान रखें, जिस व्यक्ति को करंट लगा है उसे खुले हाथों से पकड़ने की कोशिश न करें।
3. तुरंत पॉवर सप्लाई को हटा दें और फिर करंट लगे व्यक्ति को, वहां से हटाने के लिए लकड़ी या प्लॉस्टिक की किसी चीज का इस्तेमाल करें।
4. पीड़ित की सांस चेक करें। कोई भी गड़बड़ी होने पर तुरंत एम्बुलेंस बुलाएं।
5. अगर उस व्यक्ति को होश आ जाएं तो उसे खाने-पीने के लिए कोई चीज न दें। उसको करवट दिलाकर जले हुए या करंट वाले हिस्से पर कोई भी मरहम लगाएं।
6. करंट लगने से कई बार वह हिस्सा सुन्न या लकवाग्रस्त होे सकता है। इसलिए बेहोशी न आने पर भी हेल्थ ट्रीटमेंट जारी रखें।
ध्यान रखने वाली बात
- दो पीन वाले सॉकेट के बजाए तीन पिन वाला रखें क्योंकि इससे करंट लगने का खतरा काफी कम होता है।
- अगर तीन पीन वाला प्लग भी लगा है तो भी इसकी समय-समय जांच कवाते रहेे। ध्यान रखें इसके तीनो तार जुड़े हो कोई भी पिन खराब न हो।
-घरेलू वायर फिटिंग में अर्थिंग वायर का होना बहुत जरूरी है, इसे इलेक्ट्रीशियन से अनिवार्य रूप से लगवाए।