What is Non Contact Infrared thermometer?
Om Prakash Patidar
Shajapur
कोरोना वायरस के संक्रमण से पूरा विश्व सहमा हुआ है,टेलीविजन, समाचार पत्र, सोशल मीडिया में हर जगह इसी की चर्चा है तस्वीरों और वीडियो में हम डॉक्टर्स व स्वास्थ्य कर्मियों के हाथ मे एक डिवाइस देखते है।
यह डिवाइस क्या है?
क्या यह कोरोना संक्रमित व्यक्ति की जांच कर सकती है?
इस मशीन का नाम है-
Non Contact Infrared Thermometer इसे Sick Thermometer Gun भी कहते है।
यह कोरोना संक्रमण की जांच तो नही करता है, लेकिन उसके शरीर मे कुछ असामान्य है तो यह शरीर के तापमान से हमे संकेत दे देता है, कि व्यक्ति किसी भी प्रकार के रोगाणु द्वारा संक्रमित हो सकता है। इसका उपयोग कोरोना के मामले में इसलिए होता है कि इस डिवाइस की जांच में बिना किसी को छुवे हम उसके शरीर का तापमान जांच सकते है, जबकि डॉक्टरी थर्मामीटर से बिना मरीज को छुवे हम उसकी जांच नही कर सकते यदि छूकर करेंगे तो संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाएगा।
यही कारण है कि इस डिवाइस का उपयोग कोरोना वायरस से प्रभावित लोगों के बुखार का पता करने के लिए चीन में थर्मामीटर गन का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसमें बीमार के माथे पर एक गन लगाई जाती है। इसे पूरे चीन के चेक प्वाइंटों पर वितरित किया गया है। टोल बूथों, होटल, स्टोर्स और रेलवे स्टेशनों तक इसे वितरित किया गया है, जिससे सरकारी और आम लोग कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए बुखार को माप सकें।
कैसे करता है इंफ्रारेड थर्मामीटर?
बुखार नापने वाले इस यंत्र को थर्मामीटर गन का नाम दिया गया है। यह डिवाइस इंफ्रारेड सेंसर से लैस होती है, जो किसी व्यक्ति की त्वचा के साथ संपर्क बनाए बिना ही उसके शरीर के तापमान को माप सकती है। हालिया वर्षो में वायरल के प्रकोप को रोकने की दिशा में यह देशों के लिए महत्वपूर्ण साबित हो रहा है।
इस तरह नापता है तापमान है शरीर का तापमान-
थर्मामीटर किसी व्यक्ति के शरीर की सतह से निकलने वाली गर्मी को मापकर तापमान बताता है। जब इसे किसी भी व्यक्ति या वस्तु के सामने रख कर स्विच ऑन करते है तब इसमें लगी लेजर टोर्च से तापमान मापने वाले स्थान को निर्धारित किया जाता है, इसी दौरान गन में लगा इंफ्रारेड सेंसर सेंस कर तापमान के अनुरूप सर्किट में विधुत प्रवाहित कर देता है जिसे हम इसमें लगे तापमापी द्वारा देख पाते है।
इंफ़्रारेड़ थर्मामीटर -200 डिग्री से 1000 डिग्री सेल्शियस तापमान को मैप सकता है। साथ ही यह अन्य पैरामीटर जैसे आद्रता (Humidity) को भी माप सकता है। इस उपकरण की कीमत 2000 से 5000 रु तक हो सकती है।
कोरोना वायरस क्या है?
कोरोना वायरस (Coronavirus disease- COVID-19) 123 देशों में पहुंच गया है.इसके संक्रमण से मरने वाले लोगों की संख्या 5000 को पार कर गई है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) ने इसे महामारी घोषित कर दिया है.
कोरोना वायरस का संबंध वायरस के ऐसे परिवार से है, जिसके संक्रमण से जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या हो सकती है. इस वायरस को पहले कभी नहीं देखा गया है. इस वायरस का संक्रमण दिसंबर में चीन के वुहान में शुरू हुआ था. डब्लूएचओ के मुताबिक, बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ इसके लक्षण हैं. अब तक इस वायरस को फैलने से रोकने वाला कोई टीका नहीं बना है।
कोरोना संक्रमण के लक्षण क्या है
इसके लक्षण फ्लू से मिलते-जुलते हैं. संक्रमण के फलस्वरूप बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खराश जैसी समस्या उत्पन्न होती हैं. यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है. इसलिए इसे लेकर बहुत सावधानी बरती जा रही है. कुछ मामलों में कोरोना वायरस घातक भी हो सकता है. खास तौर पर अधिक उम्र के लोग और जिन्हें पहले से अस्थमा, डायबिटीज़ और हार्ट की बीमारी है।
कोरोना से बचाव के उपाय क्या है?
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस से बचने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं. इनके मुताबिक, हाथों को साबुन से धोना चाहिए. अल्कोहल आधारित हैंड रब का इस्तेमाल भी किया जा सकता है. खांसते और छीकते समय नाक और मुंह रूमाल या टिश्यू पेपर से ढककर रखें. जिन व्यक्तियों में कोल्ड और फ्लू के लक्षण हों उनसे दूरी बनाकर रखें. अंडे और मांस के सेवन से बचें. जंगली जानवरों के संपर्क में आने से बचें.