District level NCSC 2021 Shajapur

बाल वैज्ञानिकों ने अपने शौध में बताया कि "सड़क की छोटी सी रिपेयरिंग बचा सकती है करोड़ो का ईंधन"

भारत सरकार की राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद नई दिल्ली द्वारा 10-17 आयु समूह के बालक-बालिकाओं को स्थानीय समस्या पर अपने शोध पत्र प्रस्तुत करने हेतु राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष जिला स्तरीय राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का आयोजन शासकीय महारानी लक्ष्मीबाई शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय शाजापुर में किया गया। कार्यक्रम के दौरान प्रस्तुत परियोजनों के पावर पॉइंट प्रस्तुतिकरण के दौरान बाल वैज्ञानिकों के समूह में पिछले 8 से 9 माह के अपने शौध के माध्यम से प्राप्त परिणामो के माध्यम से बताया कि यदि उचित समय पर सड़क की छोटी सी रिपेयरिंग की जाए तो इससे वाहनों की मरम्मत के खर्च में कटौती के साथ-साथ करोड़ो रुपये का ईंधन बचाया जा सकता है। राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के जिला समन्वयक ओम प्रकाश पाटीदार ने बताया कि शाजापुर जिले से चयनित 5 परियोजनाओं का प्रस्तुतीकरण दिनांक 9 एवं 10 दिसंबर 2021 को होने वाली राज्य स्तरीय राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में ऑनलाइन वर्चुअल मोड पर किया जाएगा जिसमें शाजापुर जिले से चयनित बाल वैज्ञानिक अपनी परियोजनाओं का प्रस्तुतीकरण करेंगे।


राज्य स्तरीय राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस  के इन बाल वैज्ञानिकों का हुआ चयन


शासकीय महारानी कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय शाजापुर की ऋषिका केम तथा रेणुका जाटव का "अपने आसपास के प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग करते हुए पानी को शुद्ध करने का तुलनात्मक अध्ययन"

शासकीय शारदा उत्कृष्ट विद्यालय शुजालपुर के निर्मल परमार तथा रोहित परमार का "पारिस्थितिकी तंत्र में पारिस्थितिकी तंत्र सेवा पर स्थानीय लोगों की निर्भरता का अध्ययन" 

शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ज्योति नगर की परिधि ठाकुर एवं सपना नायक का "शाजापुर शहर के क्षेत्र की भूमि गुणवत्ता पर कीटनाशकों का प्रभाव का अध्ययन"

महात्मा गांधी कान्वेंट स्कूल शाजापुर की अफज़ा लोदी एवं एलबॉब लोदी का "सड़कों की छोटी-छोटी मरम्मत से करोड़ों के इनाम की बचत" तथा 

शासकीय हाई स्कूल मंडोडा के अंशुल चौहान एवं मनीष चौहान का "विद्यालय के आसपास के पारिस्थितिक घटकों का निरीक्षण" परियोजनाओं का चयन राज्य स्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस के लिए किया गया।
छात्र-छात्राओं की इस उपलब्धि पर जिला शिक्षा अधिकारी श्री अभिलाष चतुर्वेदी, प्राचार्य श्री नरदेव गुप्ता, प्राचार्य श्री प्रवीण कुमार मंडलोई, प्राचार्य श्रीमती विजया सक्सेना, श्री दिनेश चंद्र सोनी, श्री बनवारी लाल बैरागी, श्रीमती आशा श्रीवास्तव, श्रीमती रेणुका परमार, श्री प्रमोद गर्ग ने हर्ष व्यक्त करते हुवे चायनिय बाल वैज्ञानिकों को शुभकामनाएं प्रेषित की।









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