अचानक से खड़े होने पर आंखों के सामने अंधेरा क्यों छा जाता है?
आप में से कुछ लोगों ने अनुभव किया होगा की
जब हम कुछ देर तक बैठे रहने के बाद अचानक खड़े होते है तब हमारी आँखों के सामने
अँधेरा सा छा जाता है, साथ ही सिर चकराने लगता है। आखिर ऐसा क्यों होता है? आइये
इसका उत्तर जानने का प्रयास करते है।
हमारे शरीर में ह्रदय द्वारा शरीर के सभी
अंगों तक ऑक्सीजन युक्त रक्त को महाधमनी तथा उससे निकलने वाली धमनियों द्वारा
पहुचाया जाता है। महाधमनी (Aorta) शरीर की
सबसे बड़ी तथा मुख्य धमनी है,
जो हृदय के बाएँ निलय (ventricle) से आरंभ होती है तथा जिसमें से
ऑक्सीजनमिश्रित रक्त सारे शरीर की ऊतकों में ऑक्सीजन का संचारण करता है।
यह ऑक्सीजनमिश्रित रक्त शरीर के उपरी भाग में स्थित
मस्तिष्क को सक्रीय रखता है। जब शरीर आराम में रहता है तो हमारा रक्तचाप (blood pressure) साधारणतः सामान्य होता है। अचानक खड़े होने पर
रक्तचाप गिरता है (low blood pressure)। बैठे या फिर लेटे होने के कारण रक्त शरीर के निचले
हिस्से में ज़्यादा मात्रा में होता है और अचानक उठने के बाद मस्तिष्क तक पहुँचने में
थोडा समय लगता है। अचानक से खड़े होने पर मस्तिष्क में रक्त की तात्कालिक रूप से रक्त
की कमी होने के कारण हमारी आँखों के सामने अंधेरा छा जाता है, तथा चक्कर की
अनुभूति होती है। आंखों के सामने अंधेरा छाने के प्रमुख कारणों में शरीर की
कमजोरी, बीमारी की स्थिति, नींद पूरी नहीं होना, विटामिन ए की कमी, क्षमता से अधिक
काम करना, भोजन में पोषक तत्वों की कमी तथा किसी लंबी बिमारी के बाद हुई कमजोरी से
ऐसा होता है। अचानक
से खड़े होने पर आंखों के सामने अंधेरा छाना एक सामान्य घटना भी हो सकती है, यदि यह
अक्सर होता है तो चिकित्सक की सलाह लेना उचित होगा।