Why does Peacock dance only in rainy season?
Om Prakash Patidar
आपने सुना और देखा होगा कि
बरसात का मौसम आते है (सावन -भादो) के महीने में गाँव के आसपास के जंगल से मोर की आवाजें आने लगती है, कभी-कभी आपने मोर को नाचते हुए भी इसी मौसम में देखा होगा।
आखिर मोर बारिश के मौसम में ही क्यो नाचते है?
बारिश का मौसम प्रकृति में अधिकाँश प्राणियों एवं वनस्पति जगत का प्रजनन काल होता है। प्रजनन काल मे पौधों में सुंदर पुष्प आते है, उसी प्रकार प्राणियों के शरीर मे भी लिंग हॉर्मोन्स की मात्रा में वृद्धि होने के कारण अनेक बदलाव दिखाई देते है, इन्ही बदलाव के कारण शरीर सूंदर व बलिष्ट दिखायी देने लगता है।
बरसात का मौसम मोर का भी प्रजनन काल होता है। इस दौरान नर मोर की पूंछ के पंख आकार में बड़े होकर संख्या में अधिक हो जाते है । उसका कंठ /गला बड़े परों से युक्त हो जाता है । कंठ स्वर प्रबल हो जाता है। शरीर दीर्घकाय बड़ा हो जाता है ।ऐसे में जब वह अपने निकट अपने जीवन साथी मोरनी को देखता है तो मोरनी को आकर्षित करने कर प्रणय निवेदन कर उसे अपने पास बुलाने के लिए बड़े हुए कंठ से पीहू-पीहू की आवाजें निकाल कर मोरनी को अपनी और आकर्षित करने का प्रयास करता है।
नर मोर की आवाज सुनकर कोई भी एक या एक से अधिक मोरनियाँ उसके पास आती हैं। ऐसे में नर मोर मोरनी को आकर्षित करने के लिए प्रणय नाच (Mating Dance) कर उसे आकर्षित करता है। ऐसे मे मादा मोरनी भी मोर की और आकर्षित होकर सहवास के लिए तैयार हो जाती है। सहवास पश्चात मोरनी अंडे देकर बच्चों को जन्म देती है।
यही कारण है कि मोर बारिश के मौसम में नाचता है।।
अपने ये भी सुना होगा कि मोरनी मोर के आंसू पीकर गर्भवती हो जाती है, लेकिन यह तथ्य गलत है, मोरनी भी अन्य पक्षियों की तरह नर के साथ संभोग कर गर्भवती होती है। न कि हर के आंसू पीकर।
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